गौवंश को बचाने कुएं में उतरे गौसेवक की जान पर बनी, दर्दनाक हादसे में गोवंश की मौत

शाहपुरा |निकटवर्ती गांव चलानियां में रविवार को एक मार्मिक घटना सामने आई, जब एक गोवंश खुले कुएं में गिर गया। उसे बचाने के लिए गांव के सक्रिय गौसेवक मुकेश वैष्णव ने जान की परवाह किए बिना कुएं में उतरकर राहत कार्य शुरू किया। लेकिन अंदर जहरीली गैस के कारण उनका दम घुटने लगा और स्थिति गंभीर हो गई।
साथ मौजूद अन्य गौसेवकों ने तत्परता दिखाते हुए मुकेश वैष्णव को कुएं से बाहर निकालकर तत्काल शाहपुरा सैटेलाइट हॉस्पिटल पहुंचाया। चिकित्सकों के अनुसार, अगर अस्पताल लाने में थोड़ी और देरी होती, तो गौसेवक की जान जाना तय थी। फिलहाल उनकी हालत स्थिर है और वे खतरे से बाहर हैं।
दुर्भाग्यवश, जिस गोवंश को बचाने का प्रयास किया गया, उसकी दम घुटने से मौके पर ही मौत हो गई। यह जानकारी मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
पहले भी हो चुके हैं हादसे
ग्रामीणों के अनुसार, इस कुएं में पहले भी दो हादसे हो चुके हैं, जिनमें एक गोवंश और एक श्वान (कुत्ते) की मौत हो चुकी है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि इन घटनाओं की जानकारी सरपंच को पूर्व में दी गई थी, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
गौसेवकों ने जताई नाराजगी
गौसेवकों का कहना है कि यदि समय रहते कुएं को ढकने या सुरक्षित करने की व्यवस्था की जाती, तो आज एक और गोवंश की जान बचाई जा सकती थी। उन्होंने प्रशासन और पंचायतीराज संस्थाओं से मांग की है कि जल्द से जल्द इस प्रकार के खुले कुओं को बंद किया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं ना हों।