घटिया निर्माण का मामला भीलवाड़ा हलचल ने उठाया था सबसे पहले: कोठारी नदी घटिया पुलिया निर्माण के मामले में यूआईटी के अधिशासी अभियंता जाट पर गिरी गाज, निलंबन
भीलवाड़ा( राजकुमार माली)। कोठारी नदी पर 13 करोड़ 9 लख रुपए की लागत से बनाई गई पालड़ी पुलिया उदघाटन से पहले ही क्षतिग्रस्तहोने के मामले में आज नगर विकास न्यास के एक अधिशासी अभियंता पर गाज गिरी है। राज्य सरकार ने उसे निलंबित कर डीएलबी में हाजिरी देने को कहा है। इस मामले को सबसे पहले हलचल ने उठाया था और इसके बाद तत्कालीन जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने मामले की जांच के आदेश दिए थे। लेकिन राजनीतिक कृपा के चलते यह ठोस कार्यवाही नहीं हो। पाए थी लीपापोती की गई।
हलचल द्वारा मामला उठाए जाने के बाद तत्कालीन कलेक्टर आशीष मोदी जायजा लेते हुए।
जानकारी के अनुसार लंबे समय बाद आज राज्य सरकार ने कोठारी नदी पुलिया निर्माण में घटिया सामग्री के इस्तेमाल और क्षतिग्रस्त होने के मामले में भीलवाड़ा नगर विकास निवास के अधिशासी अभियंता जीतराम जाट को दोषी पाया । आज चार्ट के निलंबन के आदेश जारी कर उनका मुख्यालय जयपुर किया गया है। जबकि संबंध में एक चयन को भी जिम्मेदार ठहराए जाने की जानकारी मिली है।
उल्लेखनीय की पालड़ी पुलिया की घटिया निर्माण और क्षतिग्रस्त होने का मामला सबसे पहले भीलवाड़ा हलचल ने उठाया था हलचल के मामला उठाए जाने के कुछ घंटे बाद ही तत्कालीन जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने इसे गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए। और मोदी खुद भी मौके पर पहुंचे और चाय जा लिया यही नहीं इस संबंध में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ सुभाष नगर थाने में भी मामला दर्ज करवाया गया था।
पुलिया के क्षतिग्रस्त होने की तकनीकी जांच भी एक लैब से करवाई गई थी। जांच के पहले दिन तकनीकी टीमें ने जांच की तो पुलिया की आर सी सी ऐसे खुदी मानो मिट्टी हो।(https://bhilwarahalchal.com/Shocking-revelations-in-preliminary-investigation-of-construction-material-of-VIDEO-culvert-cement-and-concrete-removed-from-damaged-site-before-233054)
जांच में इसमें एक स्लैब में घटिया निर्माण की बात सामने आई थी। लेकिन राजनीतिक हस्तक्षेप के चलते तब कार्रवाई नहीं हो पाई। आज अधिशासी अभियंता जाट के निलंबन से यूआईटी में हड़कंप मचाए