पंडेर थाने के कांस्टेबल की तत्परता से बस से गायब सोना रखा बैग मिला, महिला के किया सुपुर्द
भीलवाड़ा बीएचएन। भीलवाड़ा से पंडेर तक का बस में सफर कर रही महिला का तीन तोला सोना रखा बैग बदल गया। महिला ने घर पहुंच कर देखा तो बैग में जेंट्स का शर्ट मिला। यह बैग महिला का न होकर सहयात्री का था, जो उसके बैग से हुबहू था। महिला ने पंडेर पुलिस को सूचना दी। कांस्टेबल ने तत्परता दिखाकर शर्ट पर लगे लेबल के आधार पर सहयात्री को ढूंढ निकाला और उससे बैग प्राप्त कर महिला को उसका गहने रखा बैग लौटा दिया।
पंडेर थाना प्रभारी कमलेश कुमार ने बताया कि शनिवार को दोपहर तीन बजे कुशायता निवासी सोनिया पत्नी कालूराम जाट ने थाने पर आकर सूचना दी कि वह, अपने गांव जाने के लिए भीलवाड़ा से रोडवेज बस में बैठी थी। उसके पास काले रंग का बैग था। पंडेर में बस से उतर कर वह अपने गांव चली गई। घर जाकर बैग संभाला तो उसमें जेवरात नहीं थे। बैग को ध्यान से देखा तो बैग उसका न होकर किसी दूसरे यात्री का था। सोनिया ने बताया कि उसके पास वाली सीट पर एक व्यक्ति काले रंग के बैग के साथ बैठा था। यह व्यक्ति रास्ते में पारोली या पंडेर के आसपास कहीं उतर गया, जो भूलवश उसके बैग की जगह परिवादिया का बैग ले गया है। सोनिया ने पुलिस को बताया कि उसके बैग में तीन तोला सोने के जेवरात, एक बंद मोबाइल और कपड़े थे।
ऐसे पहुंचे सहयात्री तक
सोनिया की सूचना पर कांस्टेबल राजवीर सिंह एवं सुरेश कुमार ने बैग की गहनता से पड़ताल की तो बैग में एक शर्ट मिला। शर्ट के कॉलर के नीचे टेलर के मोबाइल नंबर लिखे थे, जिसके आधार पर टेलर से टेलीफोन से संपर्क किया। टेलर ने उक्त शर्ट सिलवाने वाले व्यक्ति का नाम-पता पूछा तो उसने चंद्र प्रकाश जैन निवासी भीलवाड़ा बताया । उक्त व्यक्ति के मोबाइल नंबर मालूम किये जाकर उसके मोबाइल नंबर पर संपर्क कर उसे बैग सहित पंडेर थाने बुलाया। इसके बाद चंद्र प्रकाश जैन बैग लेकर थाने आया। उसने बताया कि वह भी राजस्थान रोडवेज की बस में बैठकर आया था । उसके पास भी काले रंग का बैग था। जैन ने बताया कि वह पारोली में उतरते समय गलती से उसके बजाय महिला सोनिया का बैग लेकर चला गया था। इसके बाद दोनों कांस्टेबल ने सोनिया का बैग जैन से प्राप्त कर उसे गहनों सहित लौटा दिया।