पहाड़ों पर बर्फबारी से राजस्थान सहित मैदानी इलाकों में बढ़ी ठिठुरन, गर्म कपड़े फिर निकालें,

Update: 2025-03-05 02:52 GMT

भीलवाड़ा  बीते एक हफ्ते से पहाड़ी राज्यों में हिमपात और वर्षा का दौर जारी है। मंगलवार को इसका असर  अब मैदानी राज्यों में दिखने लगा। मंगलवार को राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में तेज सर्द हवा चली। इससे राजस्थान के कई शहरों में दिन का अधिकतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया।बुधवार सुबह भी ठंडी हवाओ का डोर बना रहा दिल्ली-एनसीआर में   हल्के बादल छाने के साथ ही तेज हवाओं का असर दिखा। 

  भीलवाड़ा में बढ़ी सर्दी,  हुई ठिठुरन

वहीं पर्वतीय राज्यों विशेषकर जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में मंगलवार को हुई हिमपात और वर्षा के साथ कहीं कहीं ओलावृष्टि भी हुई। इससे आम जनजीवन भी प्रभावित हुआ। इसी के साथ पहाड़ों पर हिमपात के लिए राजस्थान  में भी ठंडी हवा चल रही हैभीलवाड़ा  में कल से तेज सर्द हवाएं चलने लगी। हवा चलने से यहां सर्दी तेज हो गई और ठिठुरन बढ़ गई। शाम को लोगों को फिर से गर्म कपड़ों की जरूरत महसूस होने लगी।बुधवार सुबह भी ठंडी हवाओ का डोर बना रहा देर शाम चली सर्द हवाओं से जयपुर, दौसा, अलवर, सीकर समेत कई शहरों में अचानक सर्दी तेज हो गई। मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर ने आज और कल भी इन उत्तरी हवा के चलने और तापमान में गिरावट होने की संभावना जताई है। 7 मार्च से प्रदेश में फिर से तापमान में बढ़ोतरी होगी।


पहाड़ों पर  हिमपात

कश्मीर में ताजा बर्फबारी व बारिश के चलते अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे बने रहने से ठंड का प्रकोप बना रहा। इधर, जम्मू में दिनभर धूप छाई रही। वहीं सोमवार देर शाम को रामबन जिला में पहाड़ से पत्थर व मलबा गिरने से बंद हुआ जम्मू-श्रीनगर हाईवे मंगलवार सुबह दस बजे खोल दिया गया।

मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को मौसम के मिजाज शुष्क बने रहेंगे। 10 से 12 मार्च को कश्मीर में फिर हिमपात व बारिश की संभावना जताई है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते सोमवार तड़के से कश्मीर में गुलमर्ग समेत उच्च पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी व श्रीनगर समेत सभी निचले इलाकों में बारिश शुरू हुई थी। यह सिलसिला मंगलवार को दूसरे दिन भी रुक रुककर जारी रहा।


शिमला व कांगड़ा में ओलावृष्टि

हिमाचल के मनाली समेत लाहुल स्पीति में छह दिन से हिमपात का क्रम जारी है। मंगलवार को रोहतांग सहित ऊंची चोटियों पर लगभग एक फीट हिमपात हुआ। किन्नौर जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी हिमपात हुआ। कांगड़ा और शिमला में ओलावृष्टि हुई है। सप्ताह के भीतर रोहतांग दर्रे सहित बारालाचा, शिंकुला व कुंजम दर्रे में छह फीट से अधिक हिमपात हो चुका है।

नौ मार्च से पश्चिमी विक्षोभ फिर सक्रिय होगा

सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने लाहुल के पर्यटन स्थल सिस्सू को मनाली से जोड़ते हुए छह दिन बाद एकतरफा सड़क बहाल कर दी है। मौसम विभाग के अनुसार आठ मार्च तक मौसम साफ रहेगा। नौ मार्च से पश्चिमी विक्षोभ फिर सक्रिय होगा। कांगड़ा जिले के तहत डाडासीबा तहसील की बह पंचायत के वार्ड पांच में मंगलवार दोपहर चार मकानों पर बिजली गिरी। इस दौरान युवती समेत दो घायल हो गए और लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।

चारधाम समेत उच्च हिमालय में बर्फबारी

उत्तराखंड में मंगलवार को बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, हेमकुंड साहिब, हर्षिल, पिथौरागढ़ के मुनस्यारी में बर्फबारी हुई। इस कारण उत्तरकाशी में गंगोत्री राजमार्ग सुक्की टाप से आगे बाधित हो गया है। पिथौरागढ़ में बर्फबारी के कारण अवरुद्ध चीन सीमा तक जाने वाला तवाघाट-लिपुलेख राजमार्ग आज चौथे दिन भी नहीं खोला जा सका।

निचले पर्वतीय क्षेत्रों में दोपहर तक वर्षा हुई। वर्षा और बर्फबारी के कारण पर्वतीय क्षेत्रों में ठिठुरन बढ़ गई। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार बुधवार को आसमान साफ रहने और चटख धूप से पारे में वृद्धि होने का अनुमान है।

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