हाइवे पर वारदात-: साधु के वेश में आये ठग ने दंपती को सम्मोहित कर उतरवा लिये गहने, पति को लौटाये, पत्नी का ढाई तोला सोना ले उड़ा

By :  prem kumar
Update: 2025-03-12 10:00 GMT

 भीलवाड़ा संपत माली। रायला से शहर आ रहे एक दंपती को कार से साधु के वेश में आये ठग ने सम्मोहित करने के बाद गहने उतरवा लिये। इस शातिर ठग ने पति के गहने लौटा दिये, जबकि पत्नी के ढाई तोला सोने के जेवरात ले उड़ा। यह बदमाश कार से आया था। कार को नाबालिग चला रहा था। वारदात अजमेर-भीलवाड़ा हाइवे स्थित बेरां चौराहे पर हुई। बता दें कि इस तरह की वारदात पूर्व में गुलाबपुरा इलाके में भी हो चुकी, जिसका अब तक कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लग पाया।

मिली जानकारी के अनुसार, रायला निवासी गणेशलाल माली ने मांडल थाने में वारदात की रिपोर्ट दी। गणेश ने रिपोर्ट में बताया कि उसके पिता शंकरलाल माली, अपनी पत्नी लादी देवी व दस वर्षीय पौत्र अंशु माली के साथ सुबह साढ़े दस बजे बाइक पर रायला से भीलवाड़ा के लिए रवाना हुये। लांबिया टोल क्रॉस करने के बाद दंपती जैसे ही बेरां चौराहा पहुंचे, तभी पीछे से एक सफेद कार आई, जिसे दस-बारह साल का लडक़ा चला रहा था। कार में खलासी साइड की सीट पर भगवा कपड़े पहना मोटा व्यक्ति बैठा था, जो करीब सत्तर साल का था। उसके चेहरे पर काली बड़़ी दाढ़ी और सिर पर बड़े काले बाल थे। इस व्यक्ति ने शंकर लाल से उनकी बाइक रुकवाई।  शंकर लाल ने बाइक रोक दी।

शिव मंदिर का पूछा रास्ता, मांगी दक्षिणा

बाइक रोकने के साथ ही कार भी रुक गई। उक्त कथित महाराज ने शंकर लाल से शिव मंदिर का रास्ता पूछा। आस-पास कोई शिव मंदिर नहीं होने पर शंकर लाल ने उक्त महाराज को खडेश्वरी महाराज मंदिर का रास्ता बताया। इसके बाद महाराज ने शंकर लाल से दक्षिणा मांगी तो लादी देवी ने उसे दस रुपये का नोट दिया। यह नोट महाराज ने शंकर लाल के पौत्र को लौटा दिया।

दंपती के सिर व मुंह पर फेरा हाथ, फिर उतरवा लिये गहने

कथित महाराज ने शंकर लाल व उनकी पत्नी लादी देवी के सिर व मुंह पर हाथ फेरकर सम्मोहित कर दिया। महाराज ने लादी देवी को बहन कहकर पुकारा। इसके बाद महाराज ने दंपती को गहने उतारने के लिए कहा। जैसे महाराज ने कहा, वैसा ही शंकर लाल व लादी देवी ने करते हुये अपने गहने उतार कर उन्हें दे दिये। शंकर के गहने महाराज ने पुन: उन्हें लौटा दिये, जबकि लादी के ढाई तोला सोने के गहने चार मांदलिया, रामनामी, चार मोती और दूसरे धागे में पहने दो छोटी साइज के मांदलिया, रामनामी व चार सोने के मोती महाराज ने नहीं लौटाये और अपने पास रख लिये।

महाराज ने 500 का नोट व दाढ़ी से बाल उखाड़ कर दिया और बोला, इन्हें संभाल कर रखना

लादी देवी की रकमों के बदले महाराज ने 500 रुपये का नोट और अपनी दाढी से एक बाल उखाड़ कर शंकर लाल को दिया और बोला कि इन्हें संभाल कर रखना। इसके बाद यह कथित महाराज कार में बैठ गया। यह कार पुन: लांबिया टोल की ओर चली गई। माता-पिता ने घर जाकर अपने बेटे को आपबीती बताई। इसके बाद यह रिपोर्ट शंकर के बेटे ने मांडल थाने में दर्ज करवाई।  

Similar News