जन्म से नहीं, वाणी से बनते है शत्रु एवं मित्र - चैतन्यानंद

By :  vijay
Update: 2024-08-10 11:10 GMT

भीलवाड़ा । भारत विकास परिषद की स्वामी विवेकानंद शाखा ने सेठ मुरलीधर मानसिंहका बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में गुरू वंदन छात्र अभिनन्दन कार्यक्रम रखा। सह प्रभारी मुरलीधर लड्ढा ने बताया कि विभिन्न श्रेणियों में अग्रणी रहने वालीे 8 छात्राओं का अभिनंदन मेडल,स्मृति चिह्न एवं प्रमाणपत्र से किया गया। अनुष्का दरक, अर्पिता हाडा, प्रिया मिश्रा, जीनत मंसूरी, आफरीन, रीना जैन एवं किशोरी सेन को सम्मानित किया गया। 32 गुरुजनों का तिलक लगाकर, ओपर्णा ओढ़ाकर, कलम व श्रीफल भेंट कर वंदन किया गया। प्रधानाचार्य आशा लड्डा का तिलक लगाकर उपर्णा एवं शॉल ओढ़ाकर भारत माता का चित्र, कैलेंडर पेन ,श्रीफल ,वंदे मातरम पत्र, भारत को जानो पुस्तक आदि भेंट कर सम्मान किया गया। इस मौके पर मुख्य वक्ता भागवत कथा एवं सत्संग वाचक खरगोन नर्मदा तट वासी स्वामी चैतन्यानंद गिरी महाराज ने गुरु और शिष्य के संबंधों पर प्रकाश डाला। देही में कोमल वाचम, देही में कार्य निर्मलम, सुविद्याम वैभवम देही,देही में सत्समागम गुरुवर ने श्री गणेशाय नम: श्री सरस्वती नम: और विद्यालय में सभी गुरुजनों को नमन करते हुए कहां की राम धाम से सारथी बनकर गोविंद प्रसाद सोडाणी मुझे लाएं उनका मैं अभिवादन करता हूं।उन्होंने चार चीजों को एक प्रार्थना में बताई और कहां की आपको हमको सभी को यह चार चीज चाहिए और यह चार चीज़ गुरु से ही मिलेगी हमारे शरीर से एक ही अच्छी चीज निकलती है , और वह है वाणी। उन्होंने बताया कि जन्म लेते ही कोई किसी का शत्रु एवं मित्र नहीं बनता है वाणी द्वारा ही शत्रु और मित्र बनते हैं अत: हमें हमारी वाणी को हमेशा मधुर एवं ठीक रखना चाहिए इसी से हमें उच्च पद और उच्च स्थिति की प्राप्ति होती है, और यह हम विद्यालय में हमारे गुरुजनों से ही सीख पाएंग। मां प्रथम गुरु है जिन्होंने हमें संस्कार दिया पिता ने जीवन धारण करना सिखाया और उच्च शिक्षा गुरुजनों से मिलती है। स्वामी ने बताया हमें सदैव अच्छा कार्य करना चाहिए जो भी कार्य करेंगे उस कार्य में समाज का और सभी का हित होना चाहिए। अच्छा कार्य वही है जिसको करने से पहले,करते वक्त और करने के बाद भी प्रसन्नता बनी रहे इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर हम जीवन में दिव्यता और भव्यता को प्राप्त कर पाएंगे। शाखा के गुरु वंदन छात्र अभिनंदन कार्यक्रम प्रभारी केके जिंदल ने छात्राओं को इस अवसर पर निर्धारित शपथ दिलाई और अपने जीवन में सार्थक कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। विद्यालय प्रधानाचार्य आशा लढ़ा ने विद्यालय की शैक्षिक एवं भौतिक उपलब्धियों के बारे में विस्तार से बताया। संचालन शाखा के वरिष्ठ सदस्य एवं राजस्थान मध्य प्रांत संयुक्त महासचिव रजनीकांत आचार्य ने किया। राजस्थान मध्य प्रांत संरक्षक रामेश्वर काबरा ने परिषद की जानकारी दी। राजस्थान मध्य प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सोडाणी, शाखा अध्यक्ष बालमुकुंद डाड, सचिव गिरीश अग्रवाल, सदस्य संजय राठी, मनोज माहेश्वरी मौजूद थे। 

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