गुरला (बद्रीलाल माली) । श्री दिगंबर जैन समाज द्वारा पर्युषण पर्व के दौरान मंगलवार को उत्तम संयम धर्म एवं सुगंध दशमी पर्व धर्म आराधना के साथ मनाया। सकल दिगंबर जैन समाज के के अध्यक्ष सुनील कोठारी ने बताया कि दिगम्बर जैन मंदिर में दशलक्षण महापर्व के दौरान प्रतिदिन सथाना बाजार स्थित चंदाप्रभु मंदिर एवं संजयनगर रोड़ स्थित शांतिनाथ जिनायतन मंदिर में प्रातः वेला में मूलनायक भगवान के अभिषेक, शांतिधारा, नित्य पूजा अर्चना की जा रही है। मंत्री पदम अजमेरा ने बताया कि मंगलवार को विधान पूजन के पश्चात् दोनों मंदिरों में धूप दशमी मनाई गई। इस दौरान श्रद्धालुओं ने अष्टकमों की निर्जरा के लिए परमात्मा के समक्ष धूप अर्पित किया। तत्पश्चात महाआरती की।
इस मौके पर विधानाचार्य डॉ. मीना दीदी एवं साधना दीदी ने शास्त्र सभा के दौरान बताया कि उत्तम संयम धर्म दसलक्षण महापर्व का छठा धर्म है। इसका अर्थ है, आत्म नियंत्रण और इंद्रियों पर विजय प्राप्त करना। उन्होंने कहा उत्तम संयम का पालन करना केवल इंद्रियों को नियंत्रित करना नहीं है, बल्कि यह आत्मा की शुद्धि और मोक्ष की ओर अग्रसर होने का मार्ग है। सभा के दौरान श्रद्धालुओं ने पूजा और ध्यान के माध्यम से अपने जीवन में संयम को अपनाने का संकल्प लिया। इस मौके श्री दिगंबर जैन नवयुवक मंडल मंत्री अक्षत जैन ने बताया कि सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया। अक्षत जैन ने बताया कि समाज की प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए नवयुवक मंडल हर समय सहयोग करता रहेगा। लघु नाटिका में भाग लेने वाले पाठशालाओं के बालक एवं बालिकाओं को पारितोषिक वितरित किए गये। इस अवसर पर बड़ी संख्या में दिगंबर जैन समाज के महिला-पुरुष उपस्थित रहे।