भीलवाड़ा, । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शनिवार को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय विज्ञान परिसर, पूसा से आयोजित राष्ट्रीय स्तरीय कार्यक्रम में प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना एवं दलहन आत्मनिर्भरता मिशन का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने 42 हजार करोड़ रुपये से अधिक की कृषि परियोजनाओं का उपहार देश को दिया। उन्होंने कृषि अवसंरचना कोष, पशुपालन, मत्स्य पालन और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र से जुड़ी 2100 से अधिक परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।
इससे पूर्व प्रातः 10 बजे राज्य स्तरीय कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा तथा कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने अपना संबोधन दिया और कृषि विभाग तथा उससे संबद्ध योजनाओं के लाभों की जानकारी दी। इस पूरे कार्यक्रम का ग्राम पंचायत, तहसील स्तर एवं ग्राम सेवा सहकारी समितियों पर भी लाइव टेलीकास्ट किया गया, जिससे किसानों ने सीधे प्रधानमंत्री का संदेश सुना।
इस राष्ट्रीय कार्यक्रम का लाइव प्रसारण शनिवार को जिले के कृषि उपज मंडी परिसर में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में किया गया। प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के अंतर्गत प्रदेश के 8 जिलों बाड़मेर, जैसलमेर, पाली, नागौर, जोधपुर, बीकानेर, चूरू एवं जालोर का चयन किया गया है।
जिला स्तरीय कार्यक्रम में मांडल विधायक एवं जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधू सहित बड़ी संख्या में किसानों ने कार्यक्रम को लाइव देखा।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के लाइव संबोधन को उपस्थित जनसमूह ने बड़ी रुचि से देखा-सुना। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में किसानों से नवीन तकनीकों को अपनाने, अनुसंधान एवं प्रसंस्करण क्षेत्र में निवेश बढ़ाने तथा कृषि को आत्मनिर्भर बनाने का आह्वान किया।
इस अवसर पर अतिरिक्त निदेशक कृषि इंद्र सिंह संचेती, संयुक्त निदेशक कृषि विनोद कुमार जैन, मुख्य वैज्ञानिक डॉ. एल. के. छाता (बारानी कृषि अनुसंधान केंद्र), उपनिदेशक उद्यान डॉ. शंकर सिंह राठौड़, डॉ. के.सी. नागर कृषि वैज्ञानिक (बारानी कृषि सेवा केंद्र आरजिया), मंडी सचिव मदनलाल सैनी, सहायक निदेशक कृषि डॉ. धीरेंद्र सिंह राठौड़ सहित विभागीय अधिकारी, कृषकगण एवं जनप्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
