आकोला (रमेश चंद्र डाड)।
भीलवाड़ा जिले की कोटड़ी तहसील के आकोला गांव में बनास नदी के किनारे स्थित प्राचीन शिवालय मंदिर श्रद्धा और आस्था का प्रमुख केंद्र है। स्थानीय बुजुर्गों के अनुसार यह शिव मंदिर लगभग ग्यारह सौ वर्ष पुराना बताया जाता है। यहां भगवान शंकर लिंग रूप में विराजमान हैं।
मंदिर में प्रतिदिन सुबह और शाम साधु-संतों तथा भक्तों द्वारा पूजा, आरती और सेवा होती है। कहा जाता है कि भगवान शंकर की मूर्ति का तेज अत्यंत विशाल है। श्रद्धालु मानते हैं कि यहां आने मात्र से व्यक्ति के विघ्न, कलह और बीमारियां दूर हो जाती हैं। जो दंपत्ति संतान सुख से वंचित हैं, वे सच्चे मन से यहां पूजा-पाठ करें तो उनकी मनोकामना पूर्ण होती है।
मंदिर परिसर में किसी भी प्रकार का आडंबर या दिखावा नहीं है। श्रद्धालु परिवार सहित अभिषेक करते हैं, जिससे सभी प्रकार के दोष, कलह और संकट दूर हो जाते हैं। यह स्थान साधु-संतों के सानिध्य में पवित्र वातावरण प्रदान करता है।
यहां मंदिर के साथ विशाल गौशाला (250×80 फीट) और मंदिर प्रांगण (94×80 फीट) का निर्माण कार्य जारी है। यह मंदिर भक्तों के सहयोग से निर्मित कराया गया है।
आकोला गांव की एक विशेषता यह है कि यहां हर समाज के लोग एकता और सद्भाव के साथ रहते हैं — सोनी, ब्राह्मण, माहेश्वरी, छीपा, माली, अग्रवाल, जाट, वैष्णव, मिणा, लुहार, मुस्लिम, नाथ गोस्वामी, रेगर, बैरवा, हरिजन सहित कई समाज यहां निवास करते हैं।
कहा जाता है कि पुराने समय में यहां छीपा समाज के लगभग 800 परिवार रहते थे, इसलिए यह गांव “छीपों का आकोला” नाम से प्रसिद्ध हुआ। पहले यह गांव पांच से आठ किलोमीटर की परिधि में फैला हुआ था और पंचायत बनकाखेड़ा के अधीन आती थी, बाद में विभाजन के बाद अलग पंचायत बन गई।
पुराने समय में यहां रंगाई-छपाई का काम बड़े पैमाने पर होता था। आकोला के फैटिये (लहंगे) दूर-दूर तक प्रसिद्ध थे। बनास नदी में बरसात के समय जब पानी का बहाव तेज होता था, तो गांव में आने-जाने में कठिनाई होती थी। बुजुर्गों के अनुसार एक बार नदी में भीषण बाढ़ आने से कई परिवार बह गए थे।
वर्तमान में आकोला पंचायत में करीब तीन से चार हजार मतदाता हैं। यह गांव भीलवाड़ा से लगभग तीस किलोमीटर पूर्व दिशा में स्थित है। यहां के लोग शिक्षा और सेवा क्षेत्र में अग्रणी हैं — गांव से कई लोग शिक्षक, पटवारी, और उच्च प्रशासनिक सेवाओं तक पहुंचे हैं। नई पीढ़ी देश-विदेश में विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत है।
