भीलवाड़ा में सिंधी समाज द्वारा अर्द्ध चेटीचंड 4 अक्टूबर को मनाया जाएगा
भीलवाड़ा, BHNभीलवाड़ा में सिंधी समाज के आराध्यदेव भगवान झूलेलाल जी के परिनिर्वाण दिवस, अर्द्ध चेटीचंड (असु चंड) को 4 अक्टूबर को पूरी आस्था और हर्षोल्लास के साथ मनाने का निर्णय लिया गया है। इस पवित्र अवसर पर 5 अक्टूबर को माँ भगवती के अश्विन नवरात्रि के उपलक्ष्य में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन भी किया जाएगा। इस आयोजन के तहत विधि-विधान पूर्वक घट स्थापना, भगवान झूलेलाल की प्रतिमा का पंचामृत से अभिषेक, ध्वजारोहन, भजन-संगत व कीर्तन, छेज-नृत्य, बहिराना साहब की स्थापना, और पवित्र ज्योति प्रज्ज्वलन जैसी गतिविधियों को शामिल किया गया है।
पूज्य झूलेलाल नवयुवक सेवा संस्थान के प्रवक्ता मूलचंद बहरवानी ने बताया कि इस अर्द्ध वार्षिकोत्सव के आयोजन को लेकर समाजजनों की महत्वपूर्ण बैठक शाम की सब्जी मंडी स्थित झूलेलाल साहेब सनातन मंदिर में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता युवा समाजसेवी कमलकुमार वैशनानी ने की, जबकि संस्थाध्यक्ष चेलाराम लखवानी और एम.डी. राम आसनानी विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
बैठक के दौरान मन्दिर के पीछे की भूमि के विकास, अर्थ संग्रह, और अर्द्ध चेटीचंड (असु चंड) वार्षिकोत्सव सहित विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन हेतु समितियों का गठन किया गया। इन समितियों को दायित्व सौंपे गए ताकि आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हो सके।
बैठक में प्रमुख रूप से तुलसीदास सखरानी, गुलशनकुमार विधानी, हनुमान लखवानी, राजू छतवानी, सुरेश भोजवानी, रामचंद्र जेठानी, किशोर लखवानी, पुरुषोत्तम खियानी सहित कई अन्य कार्यकर्ताओं ने अपने विचार रखे और आयोजन के प्रति समर्थन व्यक्त किया। इस अवसर पर वासुदेव मोतियानी, नारूमल लालवानी, घनश्याम मोतियानी, शेरू निहालानी, गंगाराम पेश्वानी, मंगलदास देवनानी, गोपाल थानवानी, भगवान उत्तमचंदानी, गोविंद मनकानी, हरीश राजवानी, रमेश पमनानी, हरीश सखरानी, लखन मूलचंदानी समेत कई अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे। वरिष्ठ समाजसेवी हेमनदास भोजवानी ने बैठक का संचालन किया और अंत में कमल हेमनानी ने सभी उपस्थित सदस्यों का आभार व्यक्त किया। बैठक में समाज के विकास और धार्मिक आयोजन को सफल बनाने के लिए समाज के सभी सदस्यों ने मिलकर कार्य करने का संकल्प लिया।
इस वर्ष के अर्द्ध चेटीचंड उत्सव का आयोजन विशेष रूप से भव्य और श्रद्धा से परिपूर्ण होगा। सिंधी समाज के सभी सदस्य इस अवसर पर भगवान झूलेलाल के प्रति अपनी आस्था व्यक्त करेंगे और समाज में एकता एवं समर्पण का संदेश देंगे। इस आयोजन से न केवल धार्मिक उत्साह का संचार होगा, बल्कि समाज को एकजुट रखने और अपनी संस्कृति को सहेजने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे।
समाज के नेताओं ने सभी समुदाय के सदस्यों से अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर इस धार्मिक अनुष्ठान में भाग लें और अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें। इस प्रकार के आयोजनों से समाज की युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति और परंपराओं से जुड़ने का अवसर मिलता है। इस उत्सव के आयोजन को लेकर समाज में विशेष उत्साह देखा जा रहा है, और सभी सदस्य मिलकर इसे सफल बनाने के लिए कृतसंकल्पित हैं। आयोजकों का कहना है कि इस बार का अर्द्ध चेटीचंड उत्सव समाज के लिए एक प्रेरणादायक और यादगार अनुभव होगा।