भीलवाड़ा। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा संचालित ‘गिव-अप अभियान’ में भीलवाड़ा जिले ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है। जिले में अब तक 2 लाख 32 हजार 915 लोगों ने स्वेच्छा से एनएफएसए योजना का लाभ छोड़कर सामाजिक उत्तरदायित्व निभाया है। वहीं ई-केवाईसी के माध्यम से 76 हजार 277 अपात्र लोग स्वतः योजना से बाहर हुए हैं। इस प्रकार कुल 3 लाख 9 हजार 192 अपात्र लाभार्थियों को एनएफएसए योजना से हटाया गया है।
अपात्र लाभार्थियों के हटने के बाद जिले में 2 लाख 54 हजार 615 पात्र लेकिन वंचित परिवारों को एनएफएसए योजना में जोड़ा गया है। इससे एक ओर सरकार को खाद्य, गैस, बीमा एवं चिकित्सा योजनाओं की सब्सिडी में बड़ी बचत होगी, वहीं दूसरी ओर नये लाभार्थियों को इन चारों योजनाओं का सीधा लाभ मिल सकेगा।
गिव-अप अभियान के तहत चार पहिया वाहन मालिकों, सरकारी कार्मिकों, आयकर दाताओं एवं एक लाख रुपये से अधिक वार्षिक आय वाले लोगों ने स्वेच्छा से एनएफएसए लाभ का त्याग किया है। अभियान के चलते समाज में व्यापक जागरूकता देखने को मिल रही है और बड़ी संख्या में लोग ऑनलाइन व ऑफलाइन गिव-अप कर सामाजिक कर्तव्य की मिसाल पेश कर रहे हैं।
इस अभियान में समाज के सभी वर्गों, जनप्रतिनिधियों, सोशल, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। साथ ही खाद्य विभाग के कार्मिकों और उचित मूल्य दुकानदारों ने भी अभियान को सफल बनाने में अहम योगदान दिया है।
खाद्य विभाग द्वारा एमएसपी पर 100 क्विंटल से अधिक गेहूं बेचने वाले लाभार्थी परिवारों की सूची तैयार कर जांच की जा रही है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह योजना 31 दिसंबर 2025 तक प्रभावी है। निर्धारित तिथि तक स्वेच्छा से गिव-अप नहीं करने वाले अपात्र लाभार्थियों से 1 जनवरी 2026 से 30 रुपए 57 पैसे प्रति किलो गेहूं की दर से खाद्यान्न की वसूली की जाएगी।
गिव-अप अभियान के माध्यम से भीलवाड़ा जिला प्रदेश में उदाहरण बनकर उभरा है और पारदर्शी तथा पात्रता आधारित लाभ वितरण की दिशा में मजबूत कदम साबित हुआ है।
