ग्राम साथिनों ने अपनी मांगों को लेकर कलेक्टर कार्यालय पर किया प्रदर्शन
भीलवाड़ा । भारतीय ग्राम साथीन कर्मचारी संघ ने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर जिला कलेक्टर कार्यालय पर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा।
महामंत्री माया प्रजापत ने बताया कि राजस्थान की 11000 साथिनें सरकार की अनेकों योजनाओं को ग्राम स्तर पर महिलाओं को जोडऩे एवं उनको लाभान्वित करने का कार्य कर रही है परन्तु सरकार उन्हें अल्प मानदेच दे रही है। वे विकसित राजस्थान को बनाने में कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही है। ऐसे में सरकार इनकी मांगों पर गौर कर उनका निस्तारण कर ग्राम साथीनों को राहत दिलायें।
पांच सूत्रीय मांग पत्र में ग्राम साथीनों को स्थाई करने, उनके कार्य क्षेत्र में रिक्त हुए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका के पद पर शैक्षणिक योग्यता आयु सीमा में छूट देकर नियुक्ति देने, दसवीं पास ग्राम साथिनों को अनुभव के आधार पर प्रचेता के पद पर पदोन्नत करना व जब तक इन्हें स्थाई नहीं किया जाता तब तक न्यूनतम 18 हजार रुपए प्रति माह मानदेय दिया जाने और नगर निगम व पालिका के परिसीमन में आई ग्राम साथिनों को सेवा पृथक नहीं किया जावे बल्कि उनके पद परिसीमन क्षेत्र में यथावत रखने के साथ ही नगर निगम व नगर पालिकाओं में भी साथिनों के पद स्वीकृत करावें जिससे महिलाओं के उत्पीडऩ सहायता समूहों आदि का लाभ उन्हें मिल सके।
धरने में तहसील से आई अणछी रेगर, भंवर कंवर, सुंदर तेली, निरमा जीनगर, लीला सुवालका, शारदा पारीक, गायत्री शर्मा, इन्द्रा वैष्णव, शारदा शर्मा, इन्द्रा सोनी, पप्पू कंवर, ममता शर्मा, जगदीश कंवर, सपना बुनकर, मन्जू रेगर, ज्योति शर्मा, ममता धाकड, माया शर्मा, उर्मिला, राजकुमारी शर्मा सहित कार्यसमिति सदस्य राजेश जीनगर, किशन गुर्जर आदि उपस्थित थे।