भीलवाडी । श्री रामधाम रामायण मण्डल ट्रस्ट की ओर से हमीरगढ़ रोड स्थित रामधाम में चल रहे चातुर्मास प्रवचन में खरगोन नर्मदा तट के स्वामी चैतन्यानन्द गिरी ने कहा कि मानव को अपने कल्याण के लिए भगवत स्मरण करना चाहिए। चाहे कोई व्यक्ति मन बिगाड़ कर करें या द्वेष से या शत्रु बनकर करें लेकिन स्वकल्याण के लिए भगवत स्मरण करना जरूरी है। भगवान राम के कमान से निकले तीर से रावण का वध हुआ। वाणी से हम इतना अच्छा बोले की हमारे मुख से जो बाण निकले वह वापस तो नहीं आ सकता इसलिए किसी की भलाई हो ऐसा बोलना चाहिए। छोटी-छोटी नदियां समुद्र में जाकर मिलती है और अपना विशाल स्वरूप नदी वैसे ही हमें परमात्मा की भक्ति में मिलकर अपना बेहतर स्वरूप बनाना चाहिए। हमें अपने विचारों को मजबूत बनाना चाहिए। प्रवचन के दौरान हरे रामा हरे कृष्णा कीर्तन भी जारी रहा। ट्रस्ट के प्रवक्ता गोविंद प्रसाद सोडाणी ने बताया श्री रामधाम रामायण मंडल ट्रस्ट के मंदिर स्थापना के ब्रह्मलीन संत प्रतीक्षानंद महाराज की पुण्यतिथि 18 से 25 सितंबर तक मनाई जाएगी। यह कार्यक्रम मंदसौर के पास गोतेश्वर महादेव कालूखेड़ा आश्रम में होगा। स्वामी चैतन्यानंद इसमें भाग लेंगे। प्रवचन 17 सितम्बर तक रोज सुबह 9 बजे हो रहे है। 8:15 बजे गीता पाठ जारी है। रामधाम धर्म सभा में 80 रामायण की पुस्तक भक्तजनों के माध्यम से उपलब्ध करेगी। राम गोपाल तोषनीवाल आसीन्द ने गायों को लापसी खिलाई। भोजन कार्यक्रम भी हुआ।