गणपति महोत्सव की धूम परवान पर: गणपति का विसर्जन अनंत चतुर्दशी के दिन

Update: 2024-09-15 15:46 GMT

भीलवाड़ा। श्री गणेश उत्सव प्रबंध एवं सेवा समिति के तत्वाधान प्रारंभ किए गए 31 वर्ष पूर्व गणेश महोत्सव आज परवान पर है। गणपति की मूर्तियां घरो एवं व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर हजारों की संख्या में स्थापित कर 10 दिवसीय गणेश महोत्सव की धूम के साथ गली, मोहल्लो, चौराहे पर बड़े विशाल गणपति के पंडाल सजाकर दूधिया रोशनी में गणपति की महा आरती होती है एवं धार्मिक एवं सामाजिक आयोजनों की धूम मची है। भीलवाड़ा शहर में 50 सार्वजनिक स्थानो पर गणेश मंडलों में परिवारों के बच्चों को भारतीय संस्कृति एवं धार्मिक परंपरा से जोड़ते हुए उन्हें विभिन्न प्रतियोगिताओं से सीधा जोड़ा जा रहा है। बच्चों को धर्म से जोड़ते हुए रामायण महाभारत से जुड़ी प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं एवं विचित्र वेशभूषा में राम, लक्ष्मण, कृष्ण ,हनुमान आदि की वेशभूषा में प्रतियोगिताएं की जा रही है। प्रतियोगिता में श्रेष्ठ रहे प्रतिभागी को पारितोषिक भी दिया जा रहा है।

समिति अध्यक्ष उदयलाल समदानी ने बताया कि श्री गणेश उत्सव प्रबंध एवं सेवा समिति द्वारा 10 दिवसीय गणेश महोत्सव के समापन पर भीलवाड़ा शहर की सभी गणेश प्रतिमाओं की झांकियां व गणेश महोत्सव की प्रतिमाएं राजेंद्र मार्ग स्कूल प्रांगण में साय 4:30 बजे एकत्रित होगी। जहां से गणपति महोत्सव के समापन पर गणपति प्रतिमाओं की विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा में हाथी, घोड़ा, ऊंट, शहनाई वादक, बैंड बाजे के साथ ढोल धमाके सम्मिलित होंगे।

शोभायात्रा राजेंद्र स्कूल से प्रारंभ होकर मुरली विलास रोड, रेलवे स्टेशन जहां पर संतों द्वारा शोभा यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा, यहां से शोभा यात्रा सरकारी दरवाजा होते हुए गोल प्याऊ चौराहा, सुभाष मार्केट से महाराणा टॉकीज पहुंचेगी वहां से सर्राफा बाजार गुलमंडी से तेजाजी चौक के गणेश घाट पर पहुंचेगी जहां पर सभी प्रतिमाओं को विराजित करा कर महा आरती की जाएगी। उसके बाद एक-एक करके प्रतिमाओं को ट्रकों में विराजित करा कर हरनी महादेव रोड स्थित काइन हाउस में बने विशाल स्वच्छ पानी के कुंड में देर रात गणपति को विसर्जन कर अलविदा किया जाएगा। घरों में प्रतिष्ठानों पर लगी गणपति की प्रतिमाएं भी विशाल बने कुंड में विसर्जित की जाएगी।

शहर में लगे गणपति महोत्सव पंडालो में इस बार गणपति के की विशेष झांकियो में साज ढलते ही बच्चे ,युवा, युवतियां, महिलाएं, बुजुर्ग आरती में सम्मिलित होते हैं। भजन संध्या का आयोजन के साथ कावा खेड़ा क्षेत्र में लगी गणपति की प्रतिमा के सामने शनिवार साय सुंदरकांड पाठ का आयोजन हुआ। जिसमें क्षेत्र कि सैकड़ो परिवारों ने हिस्सा लिया इसके बाद महा आरती का आयोजन किया। क्षेत्र में स्थापित इस बार गणपति के विशेष रूप से टेलर द्वारा तैयार की गई सतरंगी मोती व कांच जड़ित पोशाक आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।

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