भीलवाड़ा, halchal
किसानों को उच्च गुणवत्ता के खाद और बीज उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कृषि विभाग ने जिले में विशेष दो दिवसीय सघन गुण नियंत्रण अभियान शुरू किया है। अभियान के तहत शनिवार को कृषि अधिकारियों ने कृषि आदान विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों और गोदामों का निरीक्षण किया तथा मानकों के अनुरूप सामग्री ही विक्रय करने के निर्देश दिए।
कृषि विभाग के अतिरिक्त निदेशक इंद्र सिंह संचेती के निर्देशन में सहायक निदेशक डॉ. धीरेन्द्र सिंह राठौड़ और कृषि अधिकारी कजोड़ मल गुर्जर ने गंगापुर, रायपुर और करेड़ा क्षेत्र का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने विक्रेताओं के वैध अनुज्ञापत्र, गोदाम का अनुज्ञापत्र में शामिल होना, विक्रय स्थल पर मूल्य सूची और स्टॉक की स्थिति का स्पष्ट प्रदर्शन, स्टॉक रजिस्टर का सही प्रारूप में संधारण और नवीनतम प्रविष्टियों की जांच की।
अधिकारियों ने स्टॉक रजिस्टर में दर्ज मात्रा और परिसर में उपलब्ध माल का मिलान किया। साथ ही क्रय बिल और विक्रय बिल बुक की भी जांच की गई। निरीक्षण के दौरान विक्रेताओं को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि सभी दस्तावेज अद्यतन रखें और किसानों को गुणवत्तापूर्ण आदान ही उपलब्ध कराएं।
संयुक्त निदेशक विनोद कुमार जैन ने बताया कि किसानों को हमेशा कृषि आदान खरीदते समय पक्का बिल लेना चाहिए। दुकानों पर अवधिपार, क्षतिग्रस्त या अमानक बीज, उर्वरक और पौध संरक्षण रसायन रखना या बेचना दंडनीय अपराध है। वर्तमान में जिले के सभी निरीक्षकों द्वारा खाद और बीज की दुकानों तथा गोदामों का सघन निरीक्षण किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान उर्वरकों के नमूने भी लिए जा रहे हैं, जिन्हें प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा जाएगा। यदि कोई नमूना अमानक पाया जाता है तो संबंधित विक्रेता के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
शनिवार को गंगापुर, रायपुर और करेड़ा क्षेत्र में सहायक निदेशक डॉ. धीरेन्द्र सिंह राठौड़ और कृषि अधिकारी कजोड़ मल गुर्जर ने निजी विक्रेताओं के साथ ही सहकारी समितियों के प्रतिष्ठानों का भी निरीक्षण किया। विभाग का कहना है कि यह अभियान किसानों के हित में आगे भी लगातार जारी रहेगा।
