सांवरिया सेठ के 1 जनवरी को होंगे साक्षात बैकुंठ के दर्शन, उमड़ेगा श्रद्धा का सैलाब
भीलवाड़ा। जिले के नौगांवा स्थित सांवरिया सेठ मंदिर में 1 जनवरी 2026 (गुरुवार) को आध्यात्मिक महोत्सव आयोजित किया जाएगा। प्रातः मंगला आरती के साथ ही प्रभु सांवरिया सेठ शेषशैया पर विराजमान होकर 'बैकुंठ स्वरूप' में दर्शन देंगे। इस एक दिवसीय आयोजन में श्रद्धालु क्षीर सागर में विराजित भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की अलौकिक झांकी के दर्शन कर सकेंगे, जिसके लिए विशेष रत्नजड़ित पोशाक और श्रृंगार सामग्री इंदौर से मंगवाई गई है।
साक्षात बैकुंठ लोक की होगी अनुभूति
मंदिर परिसर में साक्षात बैकुंठ लोक की अनुभूति होगी। मुख्य झांकी में समुद्र के बीचों-बीच शेषशैया पर भगवान विष्णु के रूप में सांवरिया सेठ विराजेंगे और माता लक्ष्मी उनके चरण दबाते हुए नजर आएंगी। यह पारलौकिक दृश्य भक्तों को त्रेता और सतयुग की दिव्यता का साक्षात अनुभव कराएगा। ठाकुरजी की इस अनूठी लीला को देखने के लिए समूचे भीलवाड़ा क्षेत्र में भारी उत्साह देखा जा रहा है।
इंदौर की विशेष पोशाक और अनूठा श्रृंगार
उत्सव की भव्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ठाकुरजी का श्रृंगार बेहद खास होगा। इंदौर के कारीगरों द्वारा तैयार की गई विशेष रत्नजड़ित पोशाक और आभूषणों से सांवरिया सेठ का श्रृंगार किया जाएगा। मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष गोविंद प्रसाद सोडाणी के अनुसार, यह आयोजन सेवा और सुमिरन के संकल्प को समर्पित है, जिसमें आधुनिक वैभव और प्राचीन परंपरा का अनूठा संगम देखने को मिलेगा।
भक्तों से दर्शन की अपील
मंदिर प्रबंधन द्वारा इस भव्य आयोजन के लिए विशेष तैयारियाँ की गई हैं। मंदिर ट्रस्ट ने सभी धर्मप्रेमियों से अपील की है कि वे 1 जनवरी को अधिक से अधिक संख्या में नौगांवा पधारकर प्रभु के इस दिव्य स्वरूप के दर्शन कर पुण्य के सहभागी बनें।