धनोप (राजेश शर्मा) । बुधवार को सरदारपुरा ग्राम के ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी के नाम तहसीलदार अनिल चौधरी को ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें बताया गया कि वर्तमान में राज्य सरकार द्वारा ग्राम पंचायत पुर्नगठन (परीसीमन) प्रक्रियाधीन है। उक्त क्रम में हमारे ग्राम सरदारपुरा (अरवड़) को नवसृजित ग्राम पंचायत बावड़ी में शामिल किया जा रहा है। हम ग्रामवासियों मंजूर नहीं है क्योंकि 1. नवसृजित ग्राम पंचायत बावडी ग्राम सरदारपुरा से 7 किमी दूरी पर स्थित है जबकि वर्तमान में सरदारपुरा ग्राम पंचायत अरवड़ में शामिल है तथा ग्रा.पं. अरवड मुख्यालय से हमारे गांव की दूरी मात्र 1 कि.मी. ही है। 2. राजस्थ की सीमा ग्राम सरदापुरा की अरवड़ से सटी हुई है तथा हम ग्रामवासियों की कृषि आराजियात भी अरवड़ पंचायत के अन्तर्गत ही आती है। 3. नवसृजित ग्राम पंचायत बावड़ी की हमारे गांव से कोई सीमा सटी हुई नहीं है इसके अतिरिक्त बावड़ी ग्राम पंचायत हेतु आने-जाने के सुलम साधन एवं सड़क भी उपलब्ध नहीं है। 4. नवसृजित ग्राम पंचायत बावड़ी आने-जाने हेतु दो बड़े तालाबों जिसमें सांगरिया तालाब एवं बावड़ी का तालाब इनकी सीमा क्षेत्र में आते है जो वर्षा ऋतु में भरे होने के कारण रास्ता सुगम नहीं होता है। 5. हमारा ग्राम सरदारपुरा हाईवे एन.एच. 148 से जुड़ा हुआ है जो कि हमारे गांव से 100 कि.मी. ही समीपस्थ एवं इसी तरफ वर्तमान ग्राम पंचायत अरवड मुख्यालय होने से हमें कई सुविधाएँ एक ही रोड़ पर उपलब्ध है। जिससे हम ग्रामवासी विनम्र अनुरोध करते हैं कि हमारे द्वारा प्रस्तुत उचित बिन्दुओं पर गौर फरमाकर हमारे ग्राम सरदारपुरा को यथावत ग्राम पंचायत अरवड़ में ही रखे जावें अन्यथा प्रशासन का यह निर्णय हमारे ग्रामवासियो के लिए अन्याय सिद्ध होगा। यदि फिर भी हमें मजबूरन नवसृजित ग्राम पचायत बाबडी में शामिल किया गया तो हम ग्रामवासियों को इस हेतु आन्दोलन पर मजबूर होना पड़ेगा जिसकी समस्त जवाबदेही सरकार एवं प्रशासन की होगी। उक्त ज्ञापन की कॉपी जिला कलक्टर भीलवाड़ा व
विधायक शाहपुरा लालाराम बैरवा को भेजना बताया। इस दौरान भागचन्द गुर्जर, उदयलाल, रतनलाल, गणपत सिंह, सत्यनारायण, शिवलाल, पन्ना जीवण, गोपाल सहित ग्रामवासी ग्राम सरदारपुरा मौजूद रहे।