साइबर ठगी के रैकेट का खुलासा, दुबई से जुड़े तार, 61 सिम के साथ पकड़े गए आरोपी ने उगले राज
एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स पुलिस मुख्यालय की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए साइबर ठगी के एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का खुलासा किया है। टीम ने जयपुर के वैशाली नगर इलाके में सिरसी रोड से यशवंत सिंह पंवार पुत्र गोपाल सिंह (21) निवासी गुर्जर बस्ती शास्त्री नगर को 61 एक्टिव सिम और दो मोबाइल के साथ पकड़ा है। आरोपी दुबई में बैठे साइबर ठगी गिरोह के सरगना के कहने पर अरुणाचल प्रदेश और असम से फर्जी सिम मंगवाता था।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स दिनेश एमएन ने बताया कि विभिन्न आपराधिक गिरोह, गैंगस्टर, तस्करों, वांछित बदमाशों की तलाश और उनकी धरपकड़ के लिए पुलिस मुख्यालय की एजीटीएफ की अलग-अलग टीमों को विभिन्न जिलों में भेजा गया है। इसी के तहत एएसपी सिद्धांत शर्मा के सुपरविजन और इंस्पेक्टर राम सिंह नाथावत के नेतृत्व में गठित टीम के सदस्य हेड कांस्टेबल हेमंत कुमार शर्मा को एक गिरोह द्वारा जयपुर में असम से भारी मात्रा में एक्टिव सिम फ्लाइट द्वारा मंगवाए जाने की सूचना मिली थी। इस पर एक टीम पुष्टि के लिए रवाना की गई
दिनेश एमएन ने बताया कि आसूचना संकलन एवं तकनीकी मदद से खबर की तस्दीक होने पर वैशाली थाना पुलिस को सूचना देकर सिरसी रोड बुलाया गया। जहां कालरा पेट्रोल पम्प के सामने चाय की थड़ी पर बाइक लेकर खड़ा युवक पुलिस की गाड़ी और टीम को देखकर जाने लगा। बाइक रोक कर युवक को डिटेन किया गया। जिसकी पहचान शास्त्री नगर की गुर्जर बस्ती निवासी यशवंत सिंह के रूप में हुई। तलाशी में उसके पास मिले एक लिफाफे से 61 सिम और जेब से मोबाइल बरामद किए गए।पूछताछ में आरोपी युवक यशवंत ने बताया कि फर्जी और दूसरे लोगों के डॉक्यूमेंट लगाकर ली की गई ये सिम उसके साथी अभिषेक उर्फ अन्ना पुत्र महेश निवासी लालरपुरा गांधीपथ वैस्ट जयपुर ने असम से फ्लाइट द्वारा कोरियर से भिजवाई हैं। अभिषेक दुबई में रहकर ऑनलाइन गेम्स खेला सट्टे का काम करता है। फर्जी सिम इन्हें असम के अलावा अरुणाचल प्रदेश और अन्य शहरों से भी मिलती हैं।
प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि जयपुर में साइबर ठग गिरोह द्वारा ऑफिस बना रखा है, जहां पर उनके पास कई छोटे-छोटे सिम बॉक्स है। जिनमें यह एक साथ कई सिम लगाकर उन्हें एक्टिव करते है। सिम बॉक्स अलग-अलग कैटेगरी के हैं। किसी में 30, किसी में 40 और उससे ज्यादा भी सिम लगती है। जयपुर के संचालित ऑफिस के बारे में जांच की जा रही है।
पुलिस के अनुसार, साइबर ठग गिरोह के सरगना अभिषेक ने दुबई में कहीं एक कॉल सेंटर बनाया है। सिम बॉक्स में भारतीय नंबर की इन सिमों को इंसर्ट करने पर यह एक्टिव हो जाती हैं। इसके बाद दुबई में कॉल सेंटर चल रहा अभिषेक विभिन्न गेमिंग एप और अन्य तरीकों से साइबर ठगी करता है। आरोपी से पूछताछ में यह भी सामने आया कि इनके गिरोह में जयपुर के शास्त्री नगर निवासी योगेन्द्र खिंची उर्फ रोनी उर्फ रवि, रोकी, पंजाब निवासी गुरू, हनुमानगढ़ जंक्शन निवासी इंद्र, जतिन और हरमीत सिंह भी काम करते हैं। आरोपी ने इनके पास और भी कई फर्जी सिम होना बताया है।
