बाप-बेटी कोर्ट में कर रहे थे10 साल से वकालत, कई मामलो में कर चुके पैरवी;राज खुला तो मच गया हड़कंप

राजराज
जोधपुर। अधिवक्ता नहीं होते हुए भी अधिवक्ता के तौर पर कार्य कर रहे एक व्यक्ति को हाईकोर्ट के हेरिटेज परिसर में राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने पकड़ा, जिनको बाद में पुलिस को सौप दिया गया।
अधिवक्ता नहीं होने के बावजूद फर्जी तरीके से अधिवक्ता बनकर आमजन के साथ धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ कोर्ट के अधिवक्ताओं ने अभियान चलाया जिसके तहत कोर्ट में वकील नहीं होते हुए भी वकील के रूप में न्यायिक कार्यवाही में हिस्सा ले रहे भवानी सिंह शुक्ला नामक व्यक्ति को पकड़ा गया। शुक्ला व उसकी पुत्री पिछले करीब दस वर्षों से न्यायालय में अधिवक्ता के रूप में पक्षकारों की पैरवी कर रहे हैं।
फर्जी वकील पर पेश हुए लोग
राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष रतनाराम ठोलिया के अनुसार अन्य वकीलों ने इन पर संदेह व्यक्त किया था। कोर्ट में अधिवक्ता की ड्रेस पहनकर न्यायालय में अधिवक्ता की तरह उपस्थिति दे रहे हैं , जबकि दोनों अधिवक्ता नहीं है उन्होंने बताया कि दोनों ने बार काउंसिल की फर्जी सनद बनाकर दस्तावेजों की कूट रचना की है । दोनों न्यायालय में मुवक्किल की ओर से पैरवी भी कर रहे थे । जिन्हें पकड़ कर उदयमंदिर पुलिस को सौंपा गया है ।दोनों को आज सुबह पावटा स्थित एनआईए कोर्ट में पैरवी के लिए पहुचे थे, जहां अन्य अधिवक्ताओं के सहयोग से इनको पकड़ा गया ।
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संगठन के महासचिव की ओर से उदय मंदिर में थाने में रिपोर्ट भी दी गई है । दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है । पूर्व में भी संगठन की ओर से निजामुद्दीन नामक व्यक्ति को पकड़ा गया था।