अमित शाह ने दिए कश्मीर का नाम बदलने के संकेत, भारत की जियो पॉलिटिकल पर की बात

By :  vijay
Update: 2025-01-02 12:50 GMT

राजधानी दिल्ली में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख थ्रू द एजेस पुस्तक को लॉन्च किया गया। इस मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कश्मीर का नाम बदलने के भी संकेत दिए। शाह ने बताया कि अगर भारत को समझना है तो इस देश को जोड़ने वाले तथ्यों को समझना होगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत का इतिहास हजारों वर्ष पुराना है और निर्भरता के समय में कोशिशें की गईं कि हम इसे भुला दें। एक झूठ फैलाया गया कि यह देश कभी एकजुट नहीं हो सकता और लोगों ने इसे मान लिया था।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने कहा, हमारे देश का इतिहास हजारों साल पुराना है। हर कोने से दुनिया भर की सभ्यता को कुछ न कुछ देने के लिए कई गतिविधियां हुई। लेकिन हमारी गुलामी के कालखंड में हमारा प्रजातीय आम्तविश्वास तोड़ने के क्रम में इसको विस्मृत कराने के कई प्रयास किए गए। एक झूठ फैलाया गया कि देश कभी एक था ही नहीं। देश की आजादी की कल्पना ही बेईमानी है, क्योंकि यह देश कभी था ही नहीं। ढेर सारे लोगों ने इस झूठ को स्वीकार कर लिया। जब इसके मूल में जाते हैं तो हमें मालूम पड़ता है कि अंग्रेजों के समय में लिखे गए इतिहास में कोई खराब इरादा नहीं होगा। लेकिन इनके अल्पज्ञान के कारण उनकी देश की व्याख्या ही गलत थी। एक प्रकार से देखे तो दुनिया भर के अधिकांश देशों का अस्तित्व जियो पॉलिटिकल अस्तित्व है। सीमाओं से बने हुए देश हैं। या तो किसी युद्ध से जन्मे हैं।अमित शाह ने औपनिवेशिक युग के झूठ का खंडन किया, जिन्होंने भारत के इतिहास को विकृत किया था और गहरे सांस्कृतिक संबंधों पर जोर दिया, जो देश को कश्मीर से कन्याकुमारी, गांधार से ओडिशा और बंगाल से असम तक एकजुट करते हैं।

Similar News