मोदी की घोषणाओं से बदलेगी दिल्ली की चुनावी हवा, मोदी की गारंटी और केजरीवाल की रेवड़ी में टक्कर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को रोहिणी के जापानी पार्क में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे। इस जनसभा में वे लगभग 45 हजार करोड़ रुपये की सौगात दिल्ली को देंगे। इन योजनाओं में मेट्रो के अगले चरण का शिलान्यास, सड़कों का उद्घाटन और दिल्ली विश्वविद्यालय के अंतर्गत दो नए कॉलेजों का शिलान्यास भी शामिल है। मोदी इस जनसभा में गरीबों को फ्लैटों की चाबियां भी सौंपेंगे। पीएम की दूसरी रैली पांच जनवरी को पूर्वी दिल्ली के सीबीडी ग्राउंड में है। प्रधानमंत्री की इन रैलियों को भाजपा के द्वारा चुनावी बिगुल फूंकने के तौर पर देखा जा रहा है। यही कारण है कि भाजपा इन रैलियों में भारी भीड़ इकट्ठा कर एक बड़ा मनोवैज्ञानिक संदेश देने की कोशिश कर रही है।
भाजपा इस बार दिल्ली का विधानसभा चुनाव पूरी तरह केंद्र सरकार के विकास कार्यों और केजरीवाल सरकार की दस साल की नाकामियों के ऊपर लड़ रही है। केंद्र सरकार ने दिल्ली में कई बड़े निर्माण कराए हैं जिससे न केवल दिल्ली की तस्वीर बदली है, बल्कि इन योजनाओं के कारण दिल्लीवासियों को काफी लाभ भी हुआ है। इसमें नई संसद, भारत मंडपम और अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर जैसे बड़े भवनों का निर्माण शामिल है। केंद्र ने दिल्ली के प्रदूषण और ट्रैफिक व्यवस्था से निबटने के लिए भी कई बड़ी सड़क परियोजनाओं को पूरा किया है। इससे दिल्ली की स्थिति को बेहतर बनाने में मदद मिली है।
पार्टी का मानना है कि इन विकास कार्यों के कारण वह इस चुनाव में बेहतर स्थिति में है, जबकि अरविंद केजरीवाल और आतिशी मारलेना की सरकार कई भ्रष्टाचारों का मामला सामने आने के बाद दबाव की स्थिति में है। ऐसे में यदि वह जनता को यह विश्वास दिलाने में सफल रहती है कि उसके सत्ता में आने के बाद दिल्ली को और तेज गति से विकसित करने में मदद मिलेगी, तो वह सत्ता में आ सकती है।
भाजपा यह लगातार प्रचार कर रही है कि उसकी घोषणाएं 'मोदी की गारंटी' होती हैं जिसका पूरा होना तय होता है। ऐसे में उसकी कोशिश है कि जनता उसकी बातों पर भरोसा करे और दिल्ली में वह एक बार उसे अवसर दे। जनता को यह विश्वास दिलाने में मोदी की ये रैलियां बड़ा काम कर सकती हैं। इसी कारण प्रधानमंत्री की दोनों रैलियां दिल्ली के दो अलग-अलग सिरों पर रखी गई हैं जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक यह बात पहुंचाई जा सके।
क्या बड़ी घोषणा करेंगे प्रधानमंत्री
माना यह भी जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विभिन्न योजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण के साथ-साथ कुछ बड़ी घोषणाएं भी कर सकते हैं। इस समय पूरे देश में चुनाव पूर्व बड़ी और लोकलुभावन वादे कर मतदाताओं और चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है। इसका असर प्रधानमंत्री की इन रैलियों में भी दिखाई दे सकता है और मोदी बड़ी घोषणा कर दिल्ली के मतदाताओं का दिल जीतने की कोशिश कर सकते हैं।
महिला सम्मान योजना की घोषणा होगी
भाजपा ने मध्य प्रदेश, हरियाणा और महाराष्ट्र में जिस तरह महिलाओं को आर्थिक सहायता योजनाों की घोषणा कर सफलता पाई है, माना जा रहा है कि वह इसी तरह की योजना दिल्ली में भी लाने की घोषणा कर सकती है। चूंकि, अरविंद केजरीवाल ने भी महिलाओं के लिए 2100 रुपये महीने की घोषणा कर दी है, ऐसे में भाजपा इस राशि को बढ़ाकर 2500 से 3000 रुपये प्रति महीने कर सकती है। इसी प्रकार, विहिप ने भी भाजपा पर यह दबाव डाला है कि वह पुजारियों के लिए सम्मान राशि देने की घोषणा करे। माना जा रहा है कि पीएम के द्वारा इस तरह की लोकप्रिय योजनाओं की घोषणा करवाकर भाजपा पूरी तरह चुनावी मोड में उतरने की कोशिश कर सकती है।
लेकिन ये है केजरीवाल की चुनौती
अरविंद केजरीवाल ने 2013 से लेकर 2020 तक के विधानसभा चुनाव का सफर बहुत आसानी से तय किया था। पूर्व सरकारों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप और उनकी ईमानदार नेता की छवि ने उनका काम आसान कर दिया था। लेकिन इस बार स्थिति उनके लिए विपरीत है। शराब घोटाले और शीशमहल विवाद ने उनकी छवि को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। ऐसे में भाजपा का मानना है कि इस बार दिल्ली में उसके लिए संभावनाएं बेहतर हैं। हालांकि, महिला सम्मान योजना घोषित कर केजरीवाल ने भी यह संकेत दे दिया है कि वे इस लड़ाई को इतनी आसानी से हारने का इरादा नहीं रखते हैं। केजरीवाल कुछ और बड़े पासे फेंक कर अपनी पारी और मजबूत करने की कोशिश कर सकते हैं।
दिल्ली अध्यक्ष ने कहा
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने प्रधानमंत्री की रैलियों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मोदी विकास करने वाले नेता के तौर पर पूरी दुनिया में जाने जाते हैं। भाजपा की सरकारें जहां भी हैं, वे सभी राज्य लगातार विकास की दोड़ में आगे निकल रहे हैं। लेकिन एक निकम्मी सरकार के कारण देश की राजधानी दिल्ली लगातार पिछड़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि दिल्ली में भी भाजपा की सरकार होगी तो दिल्ली विकास की तेज रफ्तार से आगे दौड़ेगी।