श्री तिलस्वा महादेव मंदिर : हेमाद्रि स्नान कर शारीरिक, मानसिक व आत्मशुद्धि का लिया संकल्प

भीलवाड़ा. जिले के श्री तिलस्वां महादेव मंदिर में रविवार को उपाक्रम और हेमाद्रि स्नान श्रद्धा और वैदिक परंपराओं के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर पवित्र कुंड में वेदपाठी, महंत, पुजारी, आचार्य, ट्रस्टी और श्रद्धालुओं ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच दशविधि हेमाद्री स्नान कर शारीरिक, मानसिक व आत्मशुद्धि का संकल्प लिया।
आचार्य छीतर लाल गोड़ ने वैदिक विधि से प्रायश्चित संकल्प, सूर्याराधन, तर्पण, सूर्योपस्थान, अग्निहोत्र व ऋषि पूजन करवाया। इसके बाद यज्ञशाला में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवनकुंड में आहुतियां दी गईं। पंडितों ने गायत्री मंत्र का जाप कर पुरानी जनेऊ का त्याग कर नई जनेऊ धारण कराई।वैदाचार्य गणेश कुमार शर्मा और व्याकरणाचार्य आशीष कुमार शर्मा ने बताया कि यज्ञोपवित धारण करने वाले को प्रतिवर्ष श्रावणी कर्म करना चाहिए। हेमाद्री स्नान से आत्मशुद्धि होती है और तर्पण से पितरों की तृप्ति होती है।इस अवसर पर श्री तिलस्वां महादेव मंदिर महंत पूर्णा शंकर पाराशर, मुख्य पुजारी घनश्याम पाराशर, आचार्य छीतर लाल गोड़, ज्योतिषाचार्य नन्द लाल शर्मा, ट्रस्ट अध्यक्ष रमेश चंद्र अहीर, सचिव मांगीलाल धाकड़, पंडित राकेश शर्मा, मनीष व्यास, मुकेश व्यास, ऊकार सहित अनेक श्रद्धालु मौजूद रहे।