सावन के अंतिम दिन शिवालयों में उमड़ा आस्था का सैलाब, हरणी महादेव में बाबा बर्फानी के रूप में सजे भोलेनाथ
भीलवाड़ा हलचल पवित्र सावन माह के अंतिम दिन शनिवार को जिले भर के शिवालय 'बम-बम भोले' के जयकारों से गूंज उठे। शहर के प्रसिद्ध हरणी महादेव मंदिर से लेकर पुर के पातोला महादेव और तिलस्वां महादेव तक, हर जगह भक्तों का सैलाब देखने को मिला। श्रद्धालुओं ने पूरे उत्साह और आस्था के साथ भगवान शिव का जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना की और मनोकामनाएं मांगीं।.हरणी महादेव में भोले को बर्फ का अमरनाथ का रूप धराया गया ।
हरणी महादेव में बाबा अमरनाथ के दर्शन
सावन के आखिरी दिन का मुख्य आकर्षण हरणी महादेव मंदिर रहा, जहां भगवान भोलेनाथ को बर्फ से बाबा अमरनाथ का मनमोहक रूप दिया गया। इस अद्भुत झांकी के दर्शन के लिए मंदिर में भक्तों की लंबी कतारें लग गईं। महिलाएं, युवतियां और पुरुष नंगे पैर भोले के दरबार में पहुंचे और जलाभिषेक किया।
हरणी महादेव ट्रस्ट के ट्रस्टी महादेव जाट ने बताया कि आज भोलेनाथ का बर्फ से अमरनाथ स्वरूप का श्रृंगार किया गया। उन्होंने यह भी कहा, "इस वर्ष पूरे सावन माह में पिछले वर्षों की तुलना में भक्तों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। भक्तों की सुविधा के लिए इस बार पानी, प्रसाद और दर्शन के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए थे, जिसके चलते किसी भी श्रद्धालु को कोई दिक्कत नहीं हुई।
आज श्री हरनी महादेव मंदिर में सावन के आखरी दिन रक्षा बंधन पर्व पर बाबा बर्फानी की तर्ज पर 21 क्विंटल बर्फ से स्वयं भू शिवलिंग (गुप्तेश्वर महादेव)हरनी महादेव का श्रृंगार किया गया जिसमे सभी भक्तों शिव राज गुर्जर मुकेश जाजुंदा शंकर सोमवाल अंकित कालिया नितिन पुरषानी आशुतोष जाट कार्तिक जाट आदित्य पोखरना गोविंद सेन सूरज पहाड़िया शिवराज साहू , चंदन सिंह भाटी , विशाल सिंह सिसोदिया , अजय पूरी गोस्वामी , राहुल कसारा आदि सभी का विसेस सहयोग रहा
जिले भर में रही मेले सी धूम"
दूसरी तरफ हरणी महादेव के अलावा जिले के अन्य प्रमुख शिवालयों में भी दिनभर उत्सव का माहौल रहा। पुर स्थित पातोला महादेव, प्रसिद्ध तिलस्वां महादेव मंदिर और त्रिवेणी संगम पर मेले जैसा दृश्य देखने को मिला। तिलस्वां महादेव ट्रस्ट के सचिव मांगीलाल धाकड़ ने बताया कि भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर समिति द्वारा विशेष व्यवस्थाएं की गई थीं और सावन के अंतिम दिन विशेष अनुष्ठान भी आयोजित किए गए।
पूरे सावन माह में भक्ति में डूबे रहने के बाद, अंतिम दिन भक्तों ने भगवान शिव की विशेष पूजा कर इस पवित्र महीने को विदाई दी।
हरणी महादेव में भोले को बर्फ से अमरनाथ का रूप धराया ,सावन के आखिर दिन शिवालयों में रही भक्तो की रेलमपल