राजस्थान के जैन साधक इंदौर में जैनेश्वरी दीक्षा महोत्सव में हुए संयम जीवन के दीक्षार्थी
इंदौर/राजस्थान। अहिल्या नगरी इंदौर में रविवार को आयोजित भव्य जैनेश्वरी दीक्षा महोत्सव ने राजस्थान के जैन समाज के लिए भी एक प्रेरणादायक और आध्यात्मिक क्षण पेश किया। राजस्थान और मध्यप्रदेश के कई श्रद्धालु इस अवसर पर इंदौर पहुंचे और उन्होंने संयम जीवन और वैराग्य के महत्व को अनुभव किया।
आचार्य श्री 108 विनम्र सागरजी महाराज और अन्य मुनिश्री के सान्निध्य में विजयनगर स्थित आईडीए ग्राउंड में यह आयोजन संपन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नगरीय प्रशासन एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भाग लिया।
राजस्थान के श्रद्धालुओं की भागीदारी
इस महोत्सव में राजस्थान के बांसवाड़ा और अन्य जिलों के व्यवसायी और साधक भी शामिल हुए। उन्होंने मोहमाया से मुक्त होकर संयम मार्ग अपनाया।
पुरुष दीक्षार्थी:
अनिल मेहता (बांसवाड़ा)
ऐलक श्री विनमित सागर जी
नितिन जैन (नीरज जी महाराज)
महिला दीक्षार्थी:
साध्वी श्री आस्था जैन
मनीषा जैन
मीरा जैन
सोनम जैन
नेहा जैन
ज्योति जैन
अंशु जैन
आध्यात्मिक महत्व और संदेश
दीक्षार्थियों ने वैराग्य और संयम का व्रत धारण कर साधु-साध्वी जीवन की शुरुआत की। आयोजकों ने बताया कि इस प्रकार के महोत्सव राजस्थान और मध्यप्रदेश के जैन समाज में धार्मिक और आध्यात्मिक चेतना को बढ़ावा देते हैं।
राजस्थान के श्रद्धालुओं का कहना है कि ऐसे आयोजन समाज में संयम, मोक्ष और नैतिक मूल्यों को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
