ऑनलाइन डाइट… खाना छोड़ा, वजन घटाने के इस डिसऑर्डर ने ली लड़की की जान

By :  vijay
Update: 2025-03-11 20:30 GMT
ऑनलाइन डाइट… खाना छोड़ा, वजन घटाने के इस डिसऑर्डर ने ली लड़की की जान
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आजकल वजन कम करने को लेकर कई तरह की डाइट फॉलो करने का ट्रेंड काफी बढ़ गया है. लेकिन अगर अपने शरीर की जरूरत के मुताबिक सही डाइट न ली जाएं, तो ये सेहत के लिए नुकसानदायक होता है. यह तो आप सभी ने सुना ही होगा. लेकिन हाल ही में केरल से एक मामला सामने आया है, केरल के कन्नूर जिले में रहने वाली 18 साल की एम श्रीनंदा की मौत हो गई.

जानकारी के मुताबिक वो अपने बढ़ते वजन को लेकर काफी परेशान थी. उसने अपने लिए ऑनलाइन प्लेटफार्म की मदद से एक खास डाइट प्लान फॉलो किया था और उसे वजन बढ़ने का डर सता रहा था. जानकारी के मुताबिक लड़की ने पिछले कुछ महिनों से खाना छोड़ रखा था और वह वाटर डाइट पर थी, क्योंकि उन्हें वजन बढ़ने का डर रहता था. जिसके कारण उन्होंने खाना छोड़ दिया और वह ज्यादा एक्सरसाइज करती थी.

लगभग एक हफ्ते पहले उसे उल्टी और बहुत ज्यादा थकान होने पर अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. थलसेरी कोऑपरेटिव अस्पताल में डॉ. नागेश प्रभु श्रीनंदा का इलाज कर रहे थे. डॉक्टर ने बताया कि वह 10 दिनों से अस्पताल में भर्ती थीं, जब उसे अस्पताल लाया गया तब उसकी पल्स बहुत कम और ब्लड प्रेशर ज्यादा था. साथ ही उनका ब्लड शुगर लेवल भी काफी कम था. उसके शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की भी बहुत कमी थी. उसका वजन मुश्किल से 24 किलो था. इसके अलावा पेट और आंत सहित कई इंटरनल ऑर्गन्स को नुकसान हो चुका था. उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा था, लेकिन उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ और मौत हो गई. उसके एनोरेक्सिया नर्वोसा बीमारी होने की बात भी सामने आ रही है. यह खाने से जुड़ी एक तरह की बीमारी है.

एनोरेक्सिया नर्वोसा

गाजियाबाद के जिला अस्पताल में मानसिक रोग विभाग में डॉक्टर एके कुमार ने बताया कि एनोरेक्सिया नर्वोसा एक गंभीर स्थिति है, जिसमें व्यक्ति को वजन बढ़ने का डर बना रहता है. एनोरेक्सिया से पीड़ित व्यक्ति कैलोरी सेवन और वजन को लेकर चिंतित रहता है. ऐसे में वो लोग वजन को कम करने या रखने के लिए खाना कम कर देते हैं. इसके कारण शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, ऐसे में सेहत से जुड़ी कई तरह की समस्या हो सकती है. इससे पीड़ित लोग अलग-अलग तरीकों से वजन कम करते हैं और वजन बढ़ने नहीं देना चाहते हैं. इसके अलावा वजन को कम करने या रखने के लिए ज्यादा एक्सरसाइज करते हैं. इसके इलाज में मेडिकल केयर के साथ ही न्यूट्रिशन कंसल्टेंट और मनोचिकित्सक की भी जरूरत होती है. डिहाइड्रेशन, चक्कर आना, थकान, लो ब्लड प्रेशर, शरीर का तापमान कम होना, चिंता, वजन बढ़ने का डर, डिप्रेशन जैसी कई संकेत नजर आते हैं.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

सर गंगा राम हॉस्पिटल में सीनियर डाइटिशियन डॉक्टर कंचन सोंधी ने बताया कि केरल में एक बच्ची ने सिर्फ पानी पीकर ही डाइटिंगकी जिस से उसकी मौत हो गई, बच्चों को शुरू से ही परिजनों को देखना होगा कि उनके बच्चे किस तरह डाइटिंग कर रहे हैं,उन पर नजर रखनी जरूरी है, बच्चे क्या खा रहे हैं क्या पी रहे हैं इसका ख्याल रखना होगा. अगर कोई भी सोशल मीडिया के जरिए जानकारी लेकर भी डाइटिंग कर रहे है लेकिन ये सब करने पर भी डायटिशियन से सलाह जरूर ले.

बच्चे डाइटिंग के चलते भूख लगती है फिर भी बच्चा भूख लगने की बात को छुपाता है, भूख लगने पर भी खाना नहीं खाता है तो ये उसके शरीर के लिए नुकसान है, कमजोरी आती है और बच्चा बीमार भी हो सकता है. इसलिए उनके इस व्यवहार पर ध्यान देना चाहिए.

डाइट का सही तरीका

डाइटिंग में सिर्फ पानी के जरिए डाइटिंग नहीं करनी चाहिए,आपको ज्यादा से ज्यादा फाइबर, प्रोटीन जैसे दूसरे पोषक तत्व से भरपूर फूड्स डाइट में शामिल करने चाहिए. डाइटिंग के नाम पर प्रॉपर डाइट लेनी चाहिए, साथ ही कैलोरी बर्न करने और एक्सरसाइज पर भी ध्यान देना चाहिए. लेकिन किसी एक्सपर्ट की सलाह पर ही.

बच्चे या कोई भी सोशल मीडिया के जरिए डाइटिंग करते है, बार बार वो ही बातें रिपीट होती है, जिसमें वो ब्लॉग्स, यूट्यूब देखकर डाइटिंग की शुरुआत कर देते है जो कि पूरी तरह से गलत है, हमेशा डॉक्टर की सलाह लेना चाहिए.

मोटापे को कम करना जरूरी है लेकिन इसे इसको लेकर जुनून या वजन बढ़ने के डर से खाना नहीं छोड़ना चाहिए. बल्कि एक्सपर्ट से बात कर एक बैलेंस डाइट लेनी चाहिए. जिससे शरीर में पोषक तत्व की मात्रा सही रहें और किसी तरह की समस्या न हो. साथ ही ओवर एक्सरसाइज के कारण भी समस्या हो सकती है. इसलिए एक्सपर्ट से बात कर सही डाइट और एक्सरसाइज रूटीन फॉलो करें.

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