चित्तौड़गढ़, 3 दिसम्बर। विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत मतदाता मैपिंग में चित्तौड़गढ़ जिला पूरे राजस्थान में श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहा है। जिला राज्य के अव्वल 5 जिलों में शामिल हुआ है, जबकि कपासन विधानसभा ने 99.46 प्रतिशत के साथ पूरे राजस्थान की 199 विधानसभाओं में पहला स्थान हासिल कर बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
जिला निर्वाचन अधिकारी आलोक रंजन ने बताया कि जिले में एसआईआर के तहत 98 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं की 2002 की सूची से सफल मैपिंग की जा चुकी है, जो कि राज्य की औसत (95 प्रतिशत) से पूरे 3 प्रतिशत अधिक है। मैपिंग पूर्ण होने पर मतदाताओं को नाम जुड़वाने के लिए अब किसी भी दस्तावेज की आवश्यकता नहीं होगी। उन्होंने बताया कि 11 नवम्बर से 3 दिसम्बर के बीच सिर्फ 23 दिनों में जिले ने 26 प्रतिशत की रिकॉर्ड बढ़ोतरी की है, जो राज्य के शीर्ष जिलों में सर्वाधिक है। जिले की कपासन, बडीसादडी, चित्तौड़गढ,निम्बाहेडा और बेगूं विधानसभा राज्य में क्रमशः प्रथम, 19वें 35वें, 77 वे और 105 वें स्थान पर है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने इस उपलब्धि का श्रेय बीएलओ और सुपरवाइजर्स की कड़ी मेहनत को देते हुए बताया कि जिले के 13 बीएलओ और 10 सुपरवाइजर्स को राज्यस्तरीय सम्मान भी प्राप्त हुआ है।
कपासन बनी पूरे राजस्थान की रोल मॉडल विधानसभा
कपासन विधानसभा ने अपने 99.46 प्रतिशत मतदाताओं की मैपिंग पूर्ण कर राज्य में पहला स्थान प्राप्त किया है। मंगलवार को सीईओ श्री नवीन महाजन की वीसी में ईआरओ राजेश सुहालका ने कपासन के उत्कृष्ट कार्य का प्रस्तुतीकरण को पेश किया, जिसे राज्य स्तर पर अन्य विधानसभाओं के लिए अनुकरणीय बताया गया।
चित्तौड़गढ़ विधानसभा में 23 दिनों में 34 प्रतिशत वृद्धि
शहरी क्षेत्र होने के बावजूद चित्तौड़गढ़ विधानसभा ने रिकॉर्ड 34 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की है। यहां 98.22 प्रतिशत मतदाताओं की मैपिंग पूरी की जा चुकी है, जो कई बड़े शहरों से अधिक है।