चित्तौड़गढ़। भारत सरकार के वित्त मंत्रालय, वित्तीय सेवा विभाग (DFS) के दिशा-निर्देशों के तहत “आपकी पूंजी, आपका अधिकार” विशेष जन-जागरूकता अभियान के अंतर्गत जमाकर्ता शिक्षा एवं जागरूकता (DEA Fund) पर एक जिला स्तरीय जागरूकता एवं सहायता शिविर का आयोजन शनिवार एक नवम्बर 2025 को श्वेताम्बर स्थानकवासी ओसवाल संघ सभागार, चित्तौड़गढ़ में किया गया।
इस अभियान का प्रमुख उद्देश्य आम नागरिकों को विभिन्न बैंकों एवं वित्तीय संस्थानों में पड़ी अदावा (Unclaimed) राशि के प्रति जागरूक करना और उन्हें अपनी वास्तविक पूंजी प्राप्त करने हेतु सक्षम बनाना है।
शिविर का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में अतिरिक्त जिला कलक्टर (भू.अ.)
रामचंद्र खटीक, चित्तौड़गढ़, विशिष्ट अतिथि के रूप में भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI)सहायक महाप्रबंधक वीरेंद्र चारण, बैंक ऑफ बड़ौदा के उप महाप्रबंधक एवं क्षेत्रीय प्रमुख भीलवाड़ा क्षेत्र राजेश भाकर, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के सहायक महाप्रबंधक एवं क्षेत्रीय प्रमुख मोहनसिंह राठौर, राजस्थान ग्रामीण बैंक (RGB) के सहायक महाप्रबंधक एवं क्षेत्रीय प्रमुख कविश कुमार शर्मा, नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक (DDM) महेंद्र डूडी मंचासीन रहे।
बैंक ऑफ बड़ौदा के क्षेत्रीय प्रमुख राजेश भाकर ने स्वागत संबोधन में कहा कि यह अभियान प्रत्येक नागरिक की वित्तीय साक्षरता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे लोग अपनी पूंजी के प्रति अधिक सजग और सशक्त बन सकेंगे।
कार्यक्रम में प्रतिभागियों को भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा तैयार एक जानकारीपरक वीडियो प्रस्तुति के माध्यम से “अदावा राशि का दावा कैसे करें” प्रक्रिया समझाई गई।
इसके पश्चात “आपकी पूंजी, आपका अधिकार” पर आधारित एक बुकलेट (पुस्तिका) का विमोचन भी अतिथियों द्वारा किया गया।
एसबीआई के क्षेत्रीय प्रमुख मोहनसिंह राठौर और आरजीबी के क्षेत्रीय प्रमुख कविश कुमार शर्मा ने अपने संबोधन में बताया कि नागरिक अपने पुराने खातों, बीमा पॉलिसियों, सावधि जमाओं और अन्य वित्तीय निवेशों की जानकारी समय-समय पर जांचते रहें, ताकि उनकी पूंजी अदावा न हो।
डीडीएम नाबार्ड महेंद्र डूडी ने कहा कि परिवार के प्रत्येक सदस्य को घर के मुखिया द्वारा किए गए निवेशों की जानकारी होनी चाहिए, ताकि किसी भी अप्रत्याशित परिस्थिति में परिवार वित्तीय रूप से असहाय न रहे।
मुख्य अतिथि अतिरिक्त जिला कलक्टर (भू.अ.) रामचंद्र खटीक ने इस अवसर पर लाभार्थियों को अदावा जमा राशि के निपटान हेतु स्वीकृति-पत्र एवं प्रमाणपत्र वितरित किए। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि यह पहल उन नागरिकों के लिए अत्यंत उपयोगी है जिनकी पूंजी वर्षों से बैंक खातों या निवेशों में निष्क्रिय पड़ी है।
उन्होंने कहा “यह अभियान न केवल आर्थिक जागरूकता बढ़ा रहा है, बल्कि नागरिकों को उनके वित्तीय अधिकारों से परिचित कराते हुए उन्हें आत्मनिर्भर बना रहा है। सभी को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) से जुड़ना चाहिए ताकि किसी आकस्मिक स्थिति में परिवार को आर्थिक सहायता मिल सके।”
यह अभियान वित्तीय सेवा विभाग (DFS) के निर्देशानुसार अक्टूबर से दिसंबर 2025 तक देशभर में संचालित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के पास पड़ी अदावा राशि को वास्तविक खाताधारकों तक पहुँचाना तथा वित्तीय साक्षरता को ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में प्रसारित करना है।
कार्यक्रम के समापन पर परेश टांक, अग्रणी जिला प्रबंधक (LDM), चित्तौड़गढ़ ने सभी अतिथियों, बैंक अधिकारियों, सहयोगी संस्थाओं और उपस्थित नागरिकों का धन्यवाद ज्ञापित किया तथा आशा व्यक्त की कि इस अभियान के माध्यम से जिले के अधिक से अधिक नागरिक अपनी पूंजी पुनः प्राप्त कर वित्तीय रूप से सशक्त बनेंगे।
