खनिज विकास, पर्यावरण संरक्षण एवं अवैध खनन निगरानी समिति की बैठक आयोजित

उदयपुर। खनिज विकास, पर्यावरण संरक्षण एवं अवैध खनन निगरानी समिति की बैठक बुधवार को जिला कलेक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में जिला कलेक्टर कार्यालय में आयोजित हुई।
बैठक में जिला कलेक्टर ने निर्देश देते हुए कहा कि खनन प्रभावित क्षेत्रों में प्राथमिकता से पर्यावरण संरक्षण, विकास एवं पुनर्वास के कार्य किये जाएं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वृक्षारोपण हेतु नए स्थानों को चिन्हित करें साथ ही सिलिकोसिस की रोकथाम हेतु विभिन्न खदानों में कार्यरत श्रमिक एवं कार्मिक पीपीई किट का उपयोग सुनिश्चित करें।
वर्ष 2024-25 में दर्ज हुए 155 प्रकरण, 1.40 करोड़ की वसूली
खनि अभियंता आसिफ अंसारी ने बताया कि वर्ष 2024-25 के दौरान 908 करोड़ रुपये की राजस्व अर्जन किया हया। साथ ही, अवैध खनन, निर्माण और खनिज संबंधी अन्य उल्लंघनों पर सख्त कार्रवाई करते हुए इस वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक 155 प्रकरण दर्ज किए गए हैं, जिससे 1.40 करोड़ रुपये की वसूली हुई है। इनमें से 33 प्रकरणों में पुलिस थानों में एफआईआर दर्ज कराई गई है। एमई ने जानकारी दी कि खेलगांव के निकट खनन पट्टाधारियों द्वारा यूडीए की भूमि पर वृक्षारोपण कराया जा रहा है, जिसके लिए बाउंड्री वॉल का निर्माण भी किया गया है।
अधिकाधिक हो वृक्षारोपण
बैठक में हिल कटिंग के प्रभाव और खनन गतिविधियों के कारण उत्पन्न पर्यावरणीय समस्याओं पर भी चर्चा की गई। जिला कलेक्टर ने खनन पट्टाधारियों एवं वन विभाग को निर्देश दिए कि वे अपने संबंधित फंड का उपयोग पर्यावरण संरक्षण और क्षेत्रीय विकास में करें। इस दौरान यूडीए आयुक्त राहुल जैन, आरएसपीसीबी क्षेत्रीय अधिकारी शरद सक्सेना, जिला परिवहन अधिकारी नितिन बोहरा समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।