मूलनायक भगवान चंद्रप्रभु पर की शांति धारा एवं पंचामृत अभिषेक

उदयपुर, । झीलों एवं धर्मनगरी उदयपुर में 4000 वर्ष प्राचीन तांबावती नगरी श्री चंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर आयड़ में राखी सजाओं प्रतियोगिता रखी गई। ट्रस्ट महामंत्री सुरेश लखावला व ब्रजकिशोर जोलावत ने बताया कि बाल योगिनी जिनवाणी सेवा चंद्रिका वात्सल्य मूर्ति आर्यिका प्रशन्नमती माताजी को राखी बांधने का सौभाग्य जयमाला प्रदीप कुमार चित्तौड़ा को प्राप्त हुआ। मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष भंवरलाल मंजू गदावत धर्मेंद्र -रिची अक्षय- भाविका ,दक्ष ,साची गदावत परिवार को भगवान चंद्रप्रभु को राखी बांधने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। चंद्र प्रभु दिगंबर जैन मंदिर आयड महिला मंडल की अध्यक्ष मंजू गदावत व आरती चित्तौड़ा ने बताया कि गुरु माँ के सानिध्य में राखी सजाओं प्रतियोगिता रखी गई। जिसमें सभी समाज जन एवं जैन महिला मंडल की बहनों ने राखी सजाओ प्रतियोगिता में भाग लिया। इस अवसर पर हजारों की संख्या में समस्त समाज जन एवं ट्रस्टगण की उपस्थिति रही। मंगलवार को मूलनायक भगवान पर शांतिधारा व पंचामृत अभिषेक किया गया।