उदयपुर, श्री जैन श्वेताम्बर मूर्ति पूजक संघ के आठ दिवसीय पर्युषण महापर्व 20 अगस्त बुधवार से प्रारंभ होंगे। श्री जैन श्वेताम्बर महासभा के महामंत्री कुलदीप नाहर ने बताया कि आठ दिवसीय पर्युषण महापर्व को लेकर श्वेताम्बर संघों द्वारा जिनालयों में साज-सजावट तथा आठ दिन तक होने वाली धार्मिक क्रियाओं को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। उदयपुर सहित संभाग भर में विभिन्न संघों द्वारा पर्युषण पर्व के तहत विविध धार्मिक क्रियाएं धूमधाम के साथ सम्पादित की जाएगी। जिले भर में भी विभिन्न संघों द्वारा पर्युषण पर्व को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
नाहर ने बताया कि तपागच्छ की उद्गम स्थली आयड़ जैन मंदिर में श्री जैन श्वेताम्बर महासभा के तत्वावधान में कलापूर्ण सूरी समुदाय की साध्वी जयदर्शिता श्रीजी, जिनरसा श्रीजी, जिनदर्शिता श्रीजी व जिनमुद्रा श्रीजी महाराज आदि ठाणा के सानिध्य में आठ दिन तक सैकड़ों श्रावक-श्राविकाएं प्रतिदिन सुबह व्याख्यान, सामूहिक ऐकासणा व शाम को प्रतिक्रमण तथा भक्ति भाव कार्यक्रम का आयोजन होगा।
आयड़ तीर्थ के आत्म वल्लभ सभागार में मंगलवार को आयोजित धर्मसभा में साध्वी जयदर्शिता श्रीजी ने प्रवचन में बताया कि सांसारिक प्रेम हमेशा स्वार्थ से ही प्रेरित रहता है और जहां तक उस व्यक्ति का स्वार्थ रहेगा यहां तक ही उसका प्रेम टिकेगा। चाहे पत्नी का पति के प्रति प्रेम हो या पति का पत्नी के प्रति प्रेम हो सब स्वार्थ से प्रेरित है इसी लिए सुखमय संसार भी असार है। पर्युषण महापर्व के पहले दिन संसारिक का पांच कर्तव्य, साधर्मिक वात्सल्य, अमारी परिवर्तन, अष्टम तप, चैत्य परिपाठी, क्षमा याचना तीन दिन कल्पसूत्र का वाचन होगा। आखरी दिन बारसा सूत्र वाचन व सामूहिक क्षमा याचना का आयोजन होगा। महासभा के महामंत्री कुलदीप नाहर ने बताया कि मंगलवार को आयड़ तीर्थ के आत्म वल्लभ सभागार में सुबह 7 बजे साध्वियों के सानिध्य में ज्ञान भक्ति एवं ज्ञान पूजा, अष्ट प्रकार की पूजा-अर्चना की गई। सभी श्रावक-श्राविकाओं ने जैन ग्रंथ की पूजा-अर्चना की। नाहर ने बताया कि बाहर से दर्शनार्थियों के आने का क्रम निरंतर बना हुआ है, वहीं त्याग-तपस्याओं की लड़ी जारी है।
इस अवसर पर कुलदीप नाहर, भोपाल सिंह नाहर, अशोक जैन, पारस पोखरना, राजेन्द्र जवेरिया, प्रकाश नागौरी, दिनेश बापना, अभय नलवाया, कैलाश मुर्डिया, चतर सिंह पामेच, गोवर्धन सिंह बोल्या, सतीश कच्छारा, दिनेश भंडारी, रविन्द्र बापना, चिमनलाल गांधी, प्रद्योत महात्मा, रमेश सिरोया, कुलदीप मेहता आदि मौजूद रहे।