दादा गोविंदराम भगत की द्वितीय वर्षी उत्सव श्रद्धा और भक्ति के साथ सम्पन्न, भजनों से गूंजा झूलेलाल मंदिर परिसर
भीलवाड़ा-शनिवार को स्थानीय नाथद्वारा सराय स्थित झूलेलाल कॉलोनी में हेमराज मल भगत झूलेलाल सनातन मंदिर परिसर में दादा हेमराज मल साहब सेवा समिति के तत्वावधान में दादा गोविंदराम भगत की द्वितीय वर्षी उत्सव श्रद्धा, भक्ति और भावनाओं के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सिंधी समाज के श्रद्धालु, भक्तगण और समिति के सदस्य शामिल हुए। मंदिर परिसर भजन, कीर्तन और जयकारों से गूंज उठा और उपस्थित लोगों ने गुरु परंपरा, श्रद्धा और समाज सेवा की विरासत को नमन किया।
सिंधी समाज के मीडिया प्रभारी मूलचंद बहरवानी ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत दादा भगत गोविंदराम की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं आरती के साथ हुई। इसके बाद प्रसिद्ध सिंधी भजन गायकों बाबूलाल शर्मा, पप्पू भगत, महंत टेऊंराम भगत, रमन शर्मा, हेमंत भगत और नवीन भगत ने एक से बढ़कर एक भजन प्रस्तुत किए। उनकी मनमोहक प्रस्तुतियों ने पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया। भक्तजन भजनों पर भाव-विभोर होते दिखे और कई क्षणों में वातावरण में भावनात्मक शांति और आनंद का अनुभव हुआ।
कार्यक्रम के दौरान दादा गोविंदराम भगत के पौत्र हेमंत भगत द्वारा प्रस्तुत भजन जिये दादो, जिये गोविंदराम जिये व मुहिंजो दादो त पीरन जो पीर आ... ने कई श्रद्धालुओं को भावुक कर दिया और वातावरण भक्तिरस से सराबोर हो गया। इन भजनों ने दादा गोविंदराम के जीवन, उनके आदर्शों और समाज सेवा के प्रति समर्पण को याद दिलाया।
इस अवसर पर दादा गोविंदराम के पुत्र मंघा राम भगत का जन्मोत्सव भी हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। उपस्थित श्रद्धालुओं ने उन्हें शुभकामनाएँ दीं और दीर्घायु व स्वस्थ जीवन की कामना की। यह उल्लेखनीय है कि अखंड भारत के सिंध प्रांत से विस्थापन के बाद उनके पूज्य पिताश्री दादा हेमराज मल ने इस मंदिर की स्थापना की थी और जीवन पर्यंत भगवान झूलेलाल की सेवा का संकल्प निभाया। उनकी ही परंपरा को आगे बढ़ाते हुए दादा गोविंदराम भगत ने अपने संपूर्ण जीवन में समाज उत्थान, श्रद्धालुओं की सेवा और लोगों के दुख-दर्द दूर करने के लिए अहम भूमिका निभाई। उनकी स्मृति और सेवा भाव की विरासत आज भी समाज में प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है।
कार्यक्रम में पूज्य हेमराज मल साहब सेवा समिति के गुलशन कुमार विधानी, हरीश कुमार सखरानी, नारी गुरनानी, नथ्थूमल फुलवानी, रामचंद्र खोतानी, नानकराम जेठानी, वीरूमल पुरसानी, अशोक कुमार केवलानी, चंद्रप्रकाश तुल्सानी, नवीन भगत, भगवंती भगत, मनोहर रामनानी सहित अनेक भक्तजन उपस्थित रहे। सभी ने दादा गोविंदराम भगत की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और समाज सेवा के उनके आदर्शों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। शुभारंभ से अंत तक कार्यक्रम ने आध्यात्मिक ऊर्जा, समर्पण और सामुदायिक एकता का संदेश दिया। श्रद्धालुओं ने कहा कि दादा हेमराज मल और दादा गोविंदराम भगत जैसे संत समाज की अनमोल धरोहर हैं, जिनकी प्रेरणा से धर्म, सेवा और मानवता की भावना सदैव जीवंत रहेगी।
