सांगरियां धनोप मार्ग में खुले कुएं से जान का खतरा

राजेश शर्मा धनोप। सांगरिया से बावड़ी जाते समय तथा गुड्डा व धनोप मार्ग पर सड़क के पास एक तो खतरनाक मोड़ और दूसरा तिराहा इसके ठीक किनारे बिना मुंडेर के खुला कुआं यदि दुर्घटना होती है तो कौन होगा जिम्मेदार? आखिर जिम्मेदार क्यो नहीं दे रहे ध्यान ? हाल ही कुछ समय पहले राजस्थान के करौली में खुले कुओं और बोरवेल से होने वाली दुर्घटनाओं के बावजूद राज्य के अन्य क्षेत्रों में स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। क्यों न करौली जैसा अभियान प्रदेश के सभी जिला प्रशासन और सरकार द्वारा चलाए जाने चाहिए। यह अलग बात है कि वहां विशेष अभियान के बाद भी कई कुएं बिना ढके पड़े हैं। इससे लोगों के साथ ही पशुओं की जान को भी खतरा बना हुआ है। हमारे राहगीरों के अनुसार ग्राम गुढ़ा खुर्द से धनोप माताजी के जाने वाले रास्ते पर सांगरिया और बावड़ी के मध्य एक खतरनाक मोड़ पर खुला कुंआ सीधा-सीधा मौत को निमंत्रण दे रहा है। यहां से निकलने वाले सभी राहगीरों की परेशानी का सबब बना हुआ। यह कुंआ एक बड़े हादसे को निमंत्रण दे रहा है ? आखिर यह कुंआ किस नियम से और किसकी जमीन पर खुद गया है इसकी भी जांच होनी चाहिए। क्या यह किसी खातेदार की जमीन पर खुदा है या सरकारी जमीन पर। यदि खातेदार की जमीन पर खुदा है तो भी इसकी सुरक्षा व्यवस्था की जानी चाहिए। यदि सरकारी जगह पर खुदा है तो इसको तुरंत बंद करवा दिया जाना चाहिए। क्षेत्र के कई जनप्रतिनिधि व स्थानीय प्रशासन के जिम्मेदार व्यक्तियों की इस मार्ग से गुजरते वक्त उनकी नजर रहती है पर ऐसे कुओं के खिलाफ आवाज नहीं उठाना रसूखदारों की दंबगाई ही है। यदि शीघ्र ही इस पर मुंडेर बनाकर या ढककर व्यवस्थित नहीं किया गया तो बहुत बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है। प्रशासन ऐसे कुओं पर जल्दी ही संज्ञान लें और तुरंत कार्यवाही की जाए।