भारतीय परिवेश में नव संवत्सर की महत्ता एवं प्रासंगिकता विषय पर व्याख्यान का आयोजन

बनेड़ा हेमराज तेली राजकीय महाविद्यालय बनेड़ा में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की बनेड़ा शाखा तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में भारतीय परिवेश में नव संवत्सर की महत्ता एवं प्रासंगिकता विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया । उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. सिद्धार्थ कुमार देसाई ने की। कार्यक्रम के प्रारंभ में अध्यक्ष द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप जलाकर तथा माल्यार्पण कर कार्यक्रम का महत्व बताया गया। उन्होंने बताया कि प्रकृति में नवीनता के साथ ही भारतीय काल गणना प्रारंभ होती है। संवत्सर केवल काल गणना का माध्यम ही नहीं है, अपितु भारतीय संस्कृति की ज्ञान परंपरा का अनुपमेय उदाहरण भी है। ABRSM की बनेड़ा शाखा के अध्यक्ष एवं संकाय सदस्य सुबोध कुमार शर्मा द्वारा विक्रम संवत के प्रारंभ तथा ब्रह्मा द्वारा सृष्टि की रचना एवं मन्वंतर गणना पर प्रकाश डाला गया। संकाय सदस्य ज्योति रानी रिठोदिया द्वारा भारतीय संस्कृति की प्रासंगिकता, आवश्यकता एवं इसकी सुरक्षा पर अपने विचार प्रकट किए। कार्यक्रम का संचालन सुबोध कुमार शर्मा ने किया। उक्त कार्यक्रम में महाविद्यालय के सदस्य ऋतुराज टोंग्या और राजकुमार मीणा सहित कई छात्र-छात्राएं उपस्थित रहें।