सिंगापुर की नौकरी छूटने के बाद बीटेक-एमबीए दोस्तों ने शुरू की साइबर ठगी, गिरफ्तार, 14 मोबाइल और थार बरामद
कानपुर UP सिंगापुर की नौकरी गंवाने के बाद बीटेक और एमबीए पास दो दोस्तों ने मिलकर साइबर ठगी का गिरोह बना लिया। यह गिरोह क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर लोगों से ठगी करता था। कानपुर कमिश्नरेट की साइबर क्राइम टीम ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से तीन लैपटॉप, 14 मोबाइल, एक थार कार और क्रिकेट किट बरामद की है।
क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने के नाम पर ठगी
डीसीपी क्राइम अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि गोविंद नगर के सुनील कुमार खन्ना से क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का झांसा देकर 1.35 लाख रुपये की ठगी की गई थी। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर साइबर क्राइम टीम ने जांच शुरू की। बैंक लेन-देन, डिजिटल साक्ष्य और तकनीकी जांच के आधार पर पुलिस ने बागपत निवासी अनुज तोमर और दिल्ली निवासी विवेक शर्मा को पंजाब पुलिस की मदद से चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया।
शिक्षित होकर भी बने साइबर अपराधी
जांच में सामने आया कि अनुज तोमर एमबीए और विवेक शर्मा बीटेक पास हैं। दोनों ने साथ पढ़ाई के बाद सिंगापुर की एक कंपनी में नौकरी की थी। कोरोना काल में नौकरी छूटने के बाद दोनों भारत लौट आए और कर्ज में डूब गए। इसी दौरान उन्होंने ऑनलाइन ठगी का रास्ता अपना लिया।
कर्ज देने वाले ने सिखाया ठगी का तरीका
पुलिस के अनुसार, विवेक शर्मा ने अपने मकान में रहने वाले एक युवक से कर्ज लिया था। जब वह चुका नहीं सका, तो उसी युवक ने उन्हें साइबर ठगी करना सिखाया। इसके बाद दोनों चलती कार में बैठकर लोगों को कॉल करते थे ताकि पुलिस लोकेशन ट्रेस न कर सके। आरोपी रोजाना दिल्ली और पंजाब के बीच यात्रा करते थे और अलग-अलग सिम कार्ड का इस्तेमाल करते थे।
देशभर में 35 से अधिक शिकायतें दर्ज
पुलिस ने बताया कि दोनों के खिलाफ राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर 35 से ज्यादा शिकायतें दर्ज हैं। इन्होंने दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, गुजरात और हरियाणा के लोगों से ठगी की है। गिरोह में कुछ और सदस्य भी शामिल हैं, जिनकी तलाश जारी है।
