भीलवाड़ा कृषि उपज मंडी में अव्यवस्था की मार: प्लेटफार्म पर व्यापारियों का कब्जा , किसानो की फसल धुल रही है बारिस में !
भीलवाड़ा राजकुमार माली । कृषि उपज मंडी इन दिनों किसानों और मजदूरों की परेशानियों का केंद्र बनी हुई है। बारिश के बीच अपनी उपज को बचाने के लिए जूझ रहे किसान अब मंडी प्रशासन की लापरवाही से भी त्रस्त हैं। किसानों का कहना है कि मंडी परिसर में बनाए गए प्लेटफार्मों पर व्यापारियों ने कब्जा जमा रखा है। इन प्लेटफार्मों पर खरीदी गई उपज और बारदाना रखे जाने से किसानों को अपनी फसल रखने की जगह नहीं मिल रही। नतीजतन, बारिश के दौरान उनकी उपज भीगकर खराब हो रही है।
मूलभूत सुविधाओं का अभाव
मंडी में मजदूरों और किसानों के लिए न छाया की व्यवस्था है, न ही शौचालय या पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाएं। शिकायतें कई बार मंडी समिति प्रशासन तक पहुंचाई जा चुकी हैं, लेकिन कार्रवाई के नाम पर सन्नाटा है। किसानों का कहना है कि बार-बार आग्रह के बावजूद समाधान नहीं होना प्रशासनिक उदासीनता को उजागर करता है।
कैंटीन में गंदगी, बैठने की व्यवस्था भी नहीं
किसानों के लिए मंडी परिसर में चाय-पानी तक की व्यवस्था ढंग से नहीं है। संचालित कैंटीन केवल नाम की है — न बैठने की व्यवस्था है, न खाने-पीने की शुद्धता। परिसर में गंदगी और अव्यवस्था का आलम मंडी प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़ा कर रहा है।
किसानों का कहना है कि सरकारें मंचों से किसानों की चिंता जताती हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर हालात इससे बिल्कुल उलट हैं। मंडी की तस्वीर बताती है कि जिन पर अन्नदाताओं की सुविधा की जिम्मेदारी है, वे ही अब समस्या का हिस्सा बन चुके हैं।