मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग सतर्क, एन्टीलार्वल गतिविधिया तेज

Update: 2025-08-26 12:53 GMT

भीलवाड़ा ! बरसाती मौसम में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी मच्छरजनित बीमारियों का खतरा बढ़ने के मद्देनज़र स्वास्थ्य विभाग ने एंटी-लार्वा अभियान को तेज कर दिया है। शहर और ग्रामीण इलाकों में जलभराव वाले क्षेत्रों, नालियों, टंकियों तथा गड्ढों में लार्वा नष्ट करने हेतु स्वास्थ्य कार्मिकों की टीमों द्वारा नियमित एंटी-लार्वा गतिविधियां संचालित की जा रही हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजीव शर्मा ने बताया कि मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए मच्छरों के प्रजनन को रोकना अत्यंत आवश्यक है। इसी उद्देश्य से स्वास्थ्य कर्मी रोजाना गली-मोहल्लों में जाकर पानी की टंकियों, कूलरों और छतों पर रखे गमलों की जांच कर रहे हैं। लार्वा मिलने पर तुरंत उपचार किया जा रहा है। साथ ही, टीम लोगों को समझा रही है कि घरों के आसपास पानी जमा न होने दें और सप्ताह में एक दिन “ड्राई डे” जरूर मनाएं, ताकि मच्छरों के प्रजनन की संभावना समाप्त हो सके।

सीएमएचओ डॉ. शर्मा ने अपील की कि “मच्छरों से बचाव ही मौसमी बीमारियों से बचाव है।” उन्होंने कहा कि लोग छोटी-छोटी सावधानियां जैसे-छतों पर रखे कबाड़, पुराने टायर, टंकियां और कूलरों की नियमित सफाई कर, बड़ी बीमारियों से बच सकते हैं। साथ ही, उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की टीमों को घर पहुंचने पर पूर्ण सहयोग करने का आह्वान किया।

डिप्टी सीएमएचओ डॉ. प्रवीण झरवाल ने कहा कि बीमारियों की रोकथाम केवल सरकारी प्रयासों से ही संभव नहीं है, बल्कि इसमें जनता की सक्रिय भागीदारी भी उतनी ही जरूरी है। लोगों को जागरूक करने के लिए आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से घर-घर जाकर समझाइश दी जा रही है और स्वच्छता बनाए रखने का संदेश दिया जा रहा है।

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