निकाली जाएगी गौ वंश जनसंघर्ष यात्रा: गौ भक्ति के नाम पर दुकानदारी बन्द हो, 22 को होगा गौ भक्त सम्मेलन
भीलवाड़ा । गौवंश बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट बृजराजकृष्ण उपाध्याय ने कहा है कि गौ भक्ति के नाम पर दुकानदारी बन्द कर गौ सेवा के लिए अब सबको काम करने की जरूरत है। तभी सड़कों से निसहाय गौवंश घरों में शिफ्ट हो सकेगा। इसके लिए सरकार को हर गौ पालक को सहायता राशि उपलब्ध करानी होगी। ऐसे ही मुद्दों को लेकर 22 सितम्बर को दोपहर & बजे आजाद नगर स्थित सिखवाल भवन में गौ भक्त सम्मेलन रखा गया है।
सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता के दौरान एडवोकेट बृजराजकृष्ण उपाध्याय ने कहा कि वे गौ सेवा के लिए पिछले दस सालों से भूख हड़ताल पर है और उनके जीने का मकसद गौ वंश को बचाना है। उन्होंने कहा कि एक समय था जब गायों की पूजा होती थी और वे समृद्धि का प्रतीक थी। बैल एक लाख रुपए तक में बिकते थे लेकिन उनका दाम मिलना तो दूर आज वे सड़कों पर भटक रहे है। इसके पीछे उन्होंने टेक्नोलॉजी को एक बड़ा कारण बताते हुए कहा कि ट्रेक्टर आने के बाद हर काम आसान और सस्ता हो गया और बैल बेसहारा होता चला गया। आज उसे कोई पूछने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक गौ पालक को गौवंश के अनुपात में मासिक अनुदान मिलना चाहिए। जिस तरह गौ शालाओं को दिया जाता है। उन्होंने राष्ट्र, प्रदेश व जिला स्तर व ब्लॉक स्तर तक गुरूकुल की तर्ज पर गौ पालन, गौ संरक्षण व संवर्धन के लिए विश्वविद्यालय व महाविद्यालय बनाने की भी मांग की। इसके लिए राÓय गौ सेवा बोर्ड और पंचायत व ढाणी तक बोर्ड की इकाईयां गठित करने पर भी जोर दिया। लम्पी जैसी बीमारियों से मुकाबला करने के लिए राष्ट्रीय व राÓय स्तर पर गौ आपदा कोष का गठन करने की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि 22 सितम्बर को दोपहर तीन बजे सिखवाल भवन में गौ भक्त सम्मेलन रखा गया है। जिसमें इन मुद्दों के साथ ही जल्दी ही गौ वंश बचाओ जन संघर्ष यात्रा शुरू करूंगा। यह यात्रा गांव, ढाणी तक पहुंचेगी और नुक्कड़ सभाएं व रैलियां कर आम लोगों को गौ वंश संरक्षण के लिए जोडऩे का काम करेगी। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि भीलवाड़ा शहर में निशक्त गौ वंश के संरक्षण के लिए गौ भक्तों को दुकानदारी बन्द कर काम की ओर ध्यान देना चाहिए। ताकि सड़कों पर होने वाले हादसे रूक सके।