शहर तक सीमित अभियान, गांवों में धड़ल्ले से हो रहा है मिलावट का व्यापार
पुर। सरकार द्वारा चलाए जा रहा शुद्ध आहार, मिलावट पर वार अभियान मात्रा शहरी क्षेत्र तक ही सीमित रह गया है जबकि शहर के आसपास स्थित गांवो एवं उपनगरो में इसका कोई प्रभाव दिखाई नहीं देता है जिससे मिलावटखोरों के हौसले बुलंद है। उपनगर पुर के विभिन्न मिठाइयों की दुकानो एवं किराना व्यापारियों एवं चाट पकोड़े वाले स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी के चलते से मिलावट का व्यापार कर लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।खाद्य पदार्थों की जांच का अभियान मात्र भीलवाड़ा शहर में ही चलाया जाता है जबकि उपनगर पुर के ही 50 हजार की आबादी वाले गांव की सुध लेने वाला कोई नहीं है।
मिठाई व्यापारी एवं किराना की दुकानों वाले मिठाईयां एवं घी, तेल एवं अन्य खाद्य सामग्री में मिलावट कर लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं लेकिन अभी तक एक भी बार पुर में अभियान चलाकर मिलावटी वस्तुओं की जांच नहीं की गई है जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है। शुद्ध आहार का अधिकार प्रत्येक नागरिक का अधिकार है इसलिए लोगों ने उपनगर पुर में भी अभियान चलाकर मिलावटखोरो के खिलाफ कार्यवाही की जाकर खाद्य सामग्रियों की जांच किए जाने की मांग की है।