सरकारी स्कूल में बच्चों से कराई जा रही मजदूरी, हाथों में कलम की जगह कुदाल-फावड़ा
भीलवाड़ा । राजस्थान के भीलवाड़ा जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय, पुरावतो का आकोला में बच्चों से मजदूरी कराने का वीडियो वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि तीन बच्चे स्कूल यूनिफॉर्म में सड़क पर काम कर रहे हैं। इन छोटे-छोटे बच्चों से मिस्त्री और मजदूर का काम करवाया जा रहा है।
आकोला विद्यालय में पढ़ने-लिखने की उम्र में ये बच्चे कुदाल और फावड़ा लेकर सीमेंट से मसाला तैयार कर ले जाते हुए नजर आ रहे हैं। यह घटना उस वक्त हुई जब स्कूल में पढ़ाई का समय था और अन्य बच्चे कक्षाओं में पढ़ रहे थे। वीडियो वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग में खलबली मच गई है। मामला सामने आने के बाद प्रधानाध्यापक महेंद्र सिंह ने सफाई देते हुए कहा कि विद्यालय में 1 जुलाई से पानी की समस्या बनी हुई है। स्कूल में 201 बच्चे नामांकित हैं और पानी की कमी के कारण बच्चों के लिए खाना बनाना मुश्किल हो रहा है। प्रधानाध्यापक ने आगे बताया कि उन्होंने आज 95 पौधे लगाए थे और उन्हें इन 3 बच्चों के काम करने की जानकारी नहीं है। प्रधानाध्यापक ने बाद में फोन पर बताया कि इनमें से एक बच्चा उस मिस्त्री का है जिसे काम के लिए बुलाया गया था और बाकी दो बच्चे उसके साथ चले गए होंगे। प्रधानाध्यापक ने कहा कि वे इस मामले की कल विद्यालय में आकर जांच करेंगे। इस घटना ने शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बच्चों से मजदूरी करवाना बाल श्रम कानून का उल्लंघन है और यह बच्चों के शिक्षा के अधिकार का भी हनन है। अब देखना यह है कि शिक्षा विभाग इस मामले में क्या कार्रवाई करता है। यह घटना न केवल भीलवाड़ा बल्कि पूरे राजस्थान में शिक्षा व्यवस्था पर एक गंभीर सवालिया निशान लगाती है।