भीलवाड़ा सहित प्रदेश के 5,000 आंगनबाड़ी केंद्र बनेंगे 'आदर्श': ₹50 करोड़ से होगा कायाकल्प
भीलवाड़ा हलचल ,भीलवाड़ा सहित पूरे राजस्थान के हज़ारों आंगनबाड़ी केंद्रों के दिन अब फिरने वाले हैं। राज्य सरकार ने प्रदेश के 5,000 आंगनबाड़ी केंद्रों को 'आदर्श केंद्र' के रूप में विकसित करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। इन केंद्रों के रखरखाव और निर्माण कार्यों पर ₹50 करोड़ खर्च किए जाएंगे, जिससे लाखों बच्चों को बेहतर वातावरण और पोषण मिल सकेगा।
बच्चों के लिए 'प्ले स्कूल' जैसा माहौल:सरकार का लक्ष्य है कि इन आंगनबाड़ी केंद्रों को प्ले स्कूल की तर्ज पर विकसित किया जाए, ताकि बच्चों को बेहतर शिक्षण और पोषण मिल सके। इस पहल से बच्चों के सर्वांगीण विकास को बढ़ावा मिलेगा। आंगनबाड़ी केंद्रों की वर्तमान स्थिति को देखते हुए, सरकार ने इनकी मरम्मत और उन्नयन का निर्णय लिया है।
मरम्मत और निर्माण कार्य:इन 5,000 आंगनबाड़ी केंद्रों में कई तरह के निर्माण और मरम्मत कार्य किए जाएंगे। इन कार्यों पर कुल ₹50 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी। महिला एवं बाल विकास विभाग ने हर ज़िले से आंगनबाड़ी केंद्रों की मरम्मत के लिए तखमीना (अनुमानित लागत) तैयार कर समेकित बाल विकास सेवाएँ, जयपुर को प्रस्ताव भेजे थे, जिसके बाद यह बड़ा फैसला लिया गया है।
यह कदम राज्य सरकार की बच्चों के कल्याण और प्रारंभिक शिक्षा को मज़बूत करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिससे भीलवाड़ा और राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने में मदद मिलेगी।
आंगनबाड़ी केंद्रों में कई तरह के निर्माण कार्य किए जाएंगे। जिन पर 50 करोड़ रुपए खर्च होंगे। सरकार ने आंगनबाड़ी केंद्रों की हालत को देखते हुए मरम्मत का निर्णय किया है। आंगनबाड़ी केन्द्रों की मरम्मत को लेकर हर जिले के महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से तखमीना तैयार कर प्रस्ताव समेकित बाल विकास सेवाएं जयपुर को भेजे गए थे।
