आकोला (रमेश चंद्र डाड) त्रिवेणी संगम पर भागवत कथा का शुभारंभ हुआ।आज द्वितीय दिवस त्रिवेणी संगम पर स्थित गांधी स्मृति भवन में चल रही भागवत कथा में आज कथा वाचक राकेश मिश्रा ने कहा भगवान की कथा गंगा की गोद में बैठ कर आप सुन रहै है।यह भी बड़े ही सोभाग्य से मिलता है।इस कथा के सुनने से प्रेत भी पाप से मुक्त हुआ ओर उसका उदार हुआ। उन्होंने अंतर्कथाओं के माध्यम से बताया है कि पापात्मा भी सुनै तो उसका कल्याण सम्भव है। उन्होंने कहा कि भागवत कथा में बिना बुलाए आए वे सन्त ही नहीं भगवन्त है।कहा कि जिसने दुनिया को बनाया उसके सामने प्रायश्चित करें। उनसे क्षमा मांगे। भगवान के चरणों में पापों का प्रायश्चित करें तब ही पुण्य की परिकल्पना सम्भव है। उक्त विचार सेवा और उपकार में संलग्न संस्था अभ्युदय उपकार फाउंडेशन सामाजिक संस्था द्वारा आयोजित भागवत कथा में व्यक्त किए। क्षैत्र के भागवत कथा के रसिक महिला पुरूष भागवत कथा का श्रवण कर रहे हैं।