अफीम की फसल के लिए मौसम अनुकूल नहीं किसान चिंतित
आकोला ( रमेश चंद्र डाड) अफीम की फसल वर्ष 2024 25 में अफीम नीति देरी से जारी होने की वजह से अफीम किसानों को देरी से बुवाई करनी पड़ी और इस वजह से मौसम अनुकूल नहीं रहा। अफीम किसान संघर्ष समिति चित्तौड़गढ़ प्रांत अध्यक्ष व भारतीय किसान संघ राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष बद्री लाल तेली ने बताया इस वर्ष फसल में अत्यधिक रोग जिसे सफेद मसी हैं यह भी बहुत बढ़ रहा है । और कiपड़िया रोग और पत्ता जलने वाला रोग चल चुका है ।और इसके अंदर पीला जो रोग होता है वह जिसमें अगर लगभग वह अगर फैल जाता है। ज्यादातर तो अफीम किसानों को इसके अंदर अफीम निकालने की संभावना शून्य हो जाती है और यह मौसम अफीम के अनुकूल नहीं है क्योंकि दिन का तापमान बहुत ज्यादा हो रहा है और रात का तापमान भी ज्यादा है इस वजह से अफीम मैं दूध का रिसाव कम मात्रा में हो रहा है और बहुत किसानों को अत्यधिक रोग होने की वजह से किसानों के अफीम उत्पादन पर प्रभाव पड़ेगा और बहुत से किसानों को इसकी चिंता की लकीर बनी हुई है ।औरबुवाई से लेकर इसकी लुवा ई वतुलाई तक एक भ्रम व चिंता की लकीरों बनी रहती और इसकी फसल की सुरक्षा के लिए जैसे किसानों को चारों तरफ़ मेटिंग या कपड़ा लगाना पड़ती है और मे टिंग लगाने के बाद इसके ऊपर तोता या अन्य पशुओं के लिए इसके ऊपर यह जाली लगानी पड़ती हैऔर इससे तोते और यह इनका बचाव हो जाता बहुत बार जंगली सूअर और जंगली जो नीलगाय जिसको बोलते हैं रोजड़ा वह भी इनका खतरा इस फसल के ऊपर ज्यादा रहता है अगर एक बार इसमें घुस गया तो किसानों को इतना नुकसान होता है जिसका कोई जवाब नहीं रहता है तो इसके लिए लगभग सभी किसानों को आधुनिक टेक्नोलॉजी का प्रयोग करना चाहिए जैसे हमने अभी आप देख रहे हैं यह एक सीसीटीवी यहां पर लगाया है जो सोलर पैनल पर चलता जिस घर बैठे ही इस सीसीटीवी से अपने मोबाइल में भी लाइव लोकेशन वह खेत पर हो रही हरकत को देखा जा सकता हैइस फसल की रखवाली की जा रही है और आने वाले इस रविवार को बहुत लोग मुहूर्त करेंगे वह खेत की मेड़ पर माताजी को विराजमान करते हैंऔर बहुत लोग अगले रविवार तक करेंगे