
भीलवाड़ा के तिलक नगर क्षेत्र में स्थित एक आवासीय मकान के बाहर खुले हाई वोल्टेज बिजली के तार न केवल उस मकान के निवासियों के लिए बल्कि पूरे मोहल्ले के लिए गंभीर खतरा बन चुके हैं। हाल ही में मकान की मरम्मत और पेंटिंग के दौरान मजदूरों की जान जोखिम में डालते हुए यह स्पष्ट रूप से देखा गया कि खुले तार कितनी निकटता से मकान के साथ लगे हुए हैं।
बारिश के दिनों में इन तारों से विद्युत तरंगें निकलती हैं, जिससे मकान की दीवारों में करंट महसूस होता है। कोई भी व्यक्ति यदि अनजाने में दीवार को छू ले, तो गंभीर दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। यह स्थिति न केवल असहज है, बल्कि यह भविष्य में किसी बड़े हादसे का कारण भी बन सकती है।
प्रशासन से निवेदन है कि वह इस ओर तुरंत ध्यान दे और बिजली विभाग को निर्देश दे कि:
1. इन तारों को या तो भूमिगत किया जाए,
2. अथवा इन्हें सुरक्षित दूरी पर स्थानांतरित किया जाए,
3. साथ ही इंसुलेटेड केबल्स से इन्हें कवर किया जाए।
क्या हमें किसी की जान जाने के बाद ही जागना होगा? क्यों न हम समय रहते ही खतरे को टाल दें? यह केवल एक परिवार की समस्या नहीं है, यह एक सामाजिक और प्रशासनिक ज़िम्मेदारी है।
समय रहते जागिए, क्योंकि ज़िंदगी किसी की भी हो, अमूल्य होती है.