भीलवाड़ा -श्री बाबा धाम पर विशेष सत्रवां (17वां) पाटोत्सव महोत्सव धूमधाम व श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। जिसके अन्तर्गत शक्तिपीठ को मनोरम लाईटों, झण्डियों, चुन्नर डेकोरेशन रंग बिरंगी झिलमिलाती फरियों व फुलों से सजावट की गयी तथा व्यवस्थित ढ़ंग से सभी भक्तजनों को दर्शन हो सके ऐसी व्यवस्था श्री बाबाधाम परिवार के सेवादारों द्वारा की गयी है।
श्री बाबाधाम पर सत्रवां (17वां) पाटोत्सव महोत्सव श्री बाबाधाम के अध्यक्ष श्री विनित अग्रवाल के सानिध्य में मनाया जा रहा हैं। इसके लिए आज एक विशेष बैठक रखी गयी। जिसमें सभी सेवादारों को अपनी-अपनी सेवाएं प्रदान की गयी। सत्रवां (17वां) पाटोत्सव के दिन चैत्र सुदी बारस बुधवार दिनांक 09 अप्रैल 2025 को सभी देवताओं का अभिषेक एवं विधि विधान से पूजा अर्चना होगी। इसके पश्चात् शुद्ध मावे का केक आदि प्रोग्राम होगें। पहले दिन मंगलवार 08 अप्रैल 2025 को दिनभर पूजा पाठ एवं भजन, सांयकाल छप्पन भोग दर्शन और भव्य भजन संध्या होगी।
श्री बाबाधाम के सत्रवां (17वां) पाटोत्सव पर संक्षिप्त जानकारी - श्री बाबा धाम के मीडिया प्रभारी राजेश नैनावटी ने बताया कि -
न चढ़ता है पैसा, न चढ़ता है दान, ऐसा है श्री बाबाधाम
श्री बाबाधाम मेवाड़ की पावन धरा पर भीलवाड़ा शहर में संतोषी माता मंदिर, पुलिस लाईन के आगे श्याम नगर में स्थापित हैं। यहां पर तीन मंदिरों का समूह हैं जिसमें अभूतपूर्व आध्यात्मिक एवं धार्मिक शक्ति विद्यमान है।
श्री बाबाधाम मेवाड़ की पावन धरा पर भीलवाड़ा शहर में संतोषी माता मंदिर के आगे श्याम नगर में स्थत हैं। यहां पर तीन मंदिरों का समूह हैं, जिसमें अभूतपूर्व आध्यात्मिक एवं धार्मिक शक्ति विद्यमान है।
श्री ऋणमुक्तेश्वर गौरव शंकर महादेव -
इस मंदिर में विश्व का प्रथम ऐसा शिवलिंग स्थापित है जिसमें माता गौरी एवं भगवान शंकर दोनों एक ही लिंग में स्थापित है। यहां ऐसी मान्यता है कि कोई भी भक्त प्रत्येक गुरूवार को एक मुठ्ठी चने की दाल गौरी - शंकर महादेव के लिंग पर चढ़ाता है तो उसे सभी प्रकार के ऋणों (पितृ ऋण, मातृ ऋण, सखा ऋण, पूर्व जन्म के ऋण व नकद ऋण) से मुक्ति मिलही हैं, चने की दाल मंदिर की तरफ से ही निःशुल्क मिलती है।
श्री माता अन्नपूर्णा वैष्णो देवी श्री हनुमान जी एवं श्री भैरवनाथ जी-
इस शक्तिपीठ में माता अन्नपूर्णा वैष्णों देवी की भव्य एवं मनमोहक प्रतिभा विराजमान हैं। साथ ही मां भक्त हनुमान जी एवं मां भक्त श्री बाबा भैरवनाथ जी विराजमान हैं। माताज की प्रतिभा को देखने पर ऐसा प्रतीत होता है कि मां यहां प्रत्यक्ष रूप से विद्यमान है व भक्तों को आशीर्वाद प्रदान कर रही हैं। इस शक्ति पीठ की ऐसा मान्यता है कि कोई भी भक्त मंदिर प्रांगण में बैठकर मां के चरणों में श्रद्धा से जो भी मनोकामना रखता हैं, माता उनकी सभी मनोकामना पूर्ण करती हैं।
श्री अखण्ड ज्योति के दर्शन -
मुख्य शक्ति पीठ में माता श्री वैष्णों देवी, कटरा से लाई गई अखण्ड ज्योत विद्यमान हैं, जिसके दर्शन मात्र से ही सभी मनोकामना पूर्ण होती हैं एवं सभी कष्टों व समस्याओं से मुक्ति मिलती हैं।
शिरड़ी के श्री सांई बाबा -
इस मंदिर में विराजे श्री सांई बाबा अपने भक्तों के कष्टों का निवारण करते हैं। यहां की ऐसी मान्यता है कि जो भी भक्त बाबा के सामने बैठकर ’’ओम सांई राम’’ की एक माला जपता हैं उसे असीम आत्मिक एवं मानसिक सुख का अनुभूति प्राप्त होती है।
श्री मां मनसापूर्ण त्रिशूल -
श्री बाबाधाम के मुख्य द्वार पर बाई ओर श्री मनसापूर्ण मैया का त्रिशूल के रूप में बिराजमान है। जहाँ त्रिशुल विराजमान है, वहाँ पर प्रधान तीनों मंदिरों की मूर्तियों के चरणों को छूते हुए सप्तधातु के तार आ रहे है। जिनको छूने से पांचों मूर्तियों के चरण स्पर्श करने का फल मिलता है। यहां की ऐसी मान्यता हैं कि भक्त अपनी मनोकामना पूर्ण होने के लिये यहां पर लच्छा बांध कर दो परिक्रमा जय माता दी बोलते हुऐ करता है उसकी सभी मनोकामना पूर्ण होती हैं।
श्री यज्ञ शाला -
श्री बाबाधाम परिसर में दक्षिण दिशा की ओर यज्ञशाला स्थापित हैं। जब मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा हुई थी, तब नवकुण्डीय यज्ञ हुआ था, उसका प्रधान कुण्ड आज भी स्थापित है, जिसमें प्रतिदिन आरती से पूर्व हवन होता है। भक्तों द्वारा यज्ञ शाला की 2, 3, 5, 7, 9 परिक्रमा करने पर सभी शारीरिक कष्टों से मुक्ति मिलती हैं।
कल्प वृक्ष जोड़ा -
यह एक ऐसा शक्तिपीठ है, जिसके ईशान कोण में कल्पवृक्ष का जोड़ा स्थित है, कल्पवृक्ष में भगवान विष्णु व लक्ष्मी का वास माना गया है। सत्यता है कि कल्पवृक्ष के नीचे बैठकर मन से जो कुछ मांगा जाता है वह मिलता है, ऐसा शास्त्रों में प्रमाण मिलता है, इसलिये इसे देव वृक्ष भी कहते है।
श्री संध्याकालीन आरती -
श्री बाबाधाम शक्ति पीठ की संध्या आरती प्रतिदिन सांय 7.15 बजे होती है। संध्या आरती के पश्चात् श्री बाबा का झाड़ा लगता है। जिससे भक्तों को सभी बिमारी, कष्टों एवं समस्याओं से मुक्ति मिलती हैं। श्री बाबा द्वारा दी गई चुटकी (भभूत) व अखण्ड ज्योति के घी से शारीरिक एवं मानसिक कष्टों से मुक्ति मिलती हैं। प्रत्येक रविवार को श्री बाबा द्वारा संतान प्राप्ति के लिए गोद भरी जाती हैं। सगाई व शादी के लिए मेहंदी निःशुल्क दी जाती है एवं विशेष तलवार का झाड़ा लगाया जाता है जिससे समस्त बीमारियों से मुक्ति मिलती है, ऐसी मान्यता है।
विशेष -
श्री बाबाधाम विश्व का ऐसा शक्ति पीठ है जहां किसी भी भक्त का चढ़ावा (प्रसाद, माला, नारियल, अगरबत्ती, रूपया पैसा) नहीं चढ़ता है। मनोकामना पूर्ण होने पर श्री बाबाधाम के विधान के तहत भक्त अपने सामर्थ्य के अनुसार गायों को चारा, कबुतरों को दाना एवं गरीबांे को भोजन करवाते है।
श्री बाबाधाम पर पूरे वर्ष धार्मिक एवं सामाजिक कार्यक्रम होते रहते हैं। इसी क्रम में असहाय बेसहारा लोगांे के लिये मां के दरबार में रक्तदान शिविर का आयोजन नववर्ष पर किया जाता है। यह रक्तदान एक्सीडेंटल केश व गरीब बेसहारा लोगों के लिये काम में लिया जाता है। इसी प्रकार महाशिवरात्री महोत्सव पर सहस्त्रधारा रूद्राभिषेक दूध के साथ भगवान के बिल्बपत्र, आक के फूूल, धतुरा, जल, दूध, दही, शहद, गन्ने का रस, फलांे का रस, घी आदि से शिव भगवान का अभिषेक किया जाता हैं। इसी क्रम में श्री बाबाधाम पर होली महोत्सव बड़े धूमधाम से विधिवत् आचार्य पण्डित शिव प्रकाश जोशी, योगेन्द्र शर्मा व अन्य पण्डितों द्वारा मन्त्रोचारण एवं पूजा अर्चना पर होली का दहन किया जाता हैं। चेत्री नवरात्री महोत्सव में नवदुर्गा अनुष्ठान बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।
पाठोत्सव महोत्सव पर श्री बाबाधाम पर सभी स्थापित मूर्तियों का पंचामृत से, फलों के रसों से एवं अन्यत्र द्रव्य द्वारा अभिषेक किया जाता हैं, यज्ञ हवन पूजा व मंदिर पर ध्वजा चढ़ायी जाती हैं व दिन मंे 12.15 बजे महाआरती होती है और शुद्ध मावे से निर्मित केक साधु सन्तों के सानिध्य में काटा जाता हैं एवं भक्तों में प्रसाद के रूप मंे वितरित किया जाता हैं व पाटोत्सव महोत्सव पर विशाल भण्डारे का आयोजन किया जाता हैं। चैत्र शुक्ला बारस को श्री बाबाधाम का 17वां पाठोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया जायेगा।
हनुमान जयंति को सुन्दरकाण्ड का पाठ करके हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाता हैं। इसी क्रम में बटूक भैरव जयन्ति पर विशेष हवन, पूजन, कर भैरव जयन्ति महोत्सव मनायी जाती हैं। श्रावण मास में श्रावण महोत्सव पर ऋणमुक्तेश्वर गौरी शंकर महादेव का सहस्त्रधारा दुग्धाभिषेक व राखी स्नेह मिलन मनाया जाता है। कृष्णा जन्माष्टमी पर विशेष प्रकार की झांकियां का दिल्ली के कलाकारों के द्वारा एवं धाम परिवार के सदस्यों द्वारा भी झांकियां बनायी जाती है। जन्माष्टमी पर हजारों की तादाद् मंे भक्त दर्शन कर मनमोहक झांकियों के दर्शन लाभ लेते हैं।
आश्विन मास की नवरात्रा में दुर्गा अनुष्ठान व मां के दरबार में गरबा महोत्सव बड़े भव्य धूमधाम से मनाया जाता हैं। गरबा महोत्सव में चुने गये विभिन्न आयु वर्ग के बच्चों, युवाओं एवं महिलाआंे को भजन संध्या के अवसर पुरस्कार दिया जाता हैं। नवरात्री के पूर्णाहूति के अवसर पर कन्याओं का पूजन, कन्याआंे के चरण धोकर, तिलक लगाकर, एवं माता की चुन्नी ओढ़ाकर श्री बाबाधाम के अध्यक्ष श्री विनीत अग्रवाल द्वारा किया जाता हैं। इसके बाद धाम पर भण्डारा किया जाता हैं। नवरात्री पर श्री बाबाधाम मंदिर एवं गरबा पाण्डाल को बहुत ही मनमोहक लाईटांे से सजावट व डेकोरेशन किया जाता है। प्रसादी के बाद माता जी का विर्सजन बड़े धूमधाम से वाहनों के काफिलों के साथ किया जाता हैं।
दीपावली महोत्सव कार्यक्रम के अन्तर्गत धनतेरस पर प्रातः काल 5.15 बजे धन कुबेर विशेष महायज्ञ का आयोजन किया जाता है व भक्तांे को यज्ञ में पवित्र की गयी वस्तु का वितरण किया जाता है। दीपावली के विशेष महाआरती का आयोजन किया जाता हैं। पूरे वर्ष हर आयोजन में श्री बाबाधाम शक्ति पीठ को विशेष रूप से मनोरम लाईटों, फूलों आदि से सजावट की जाती हैं।
श्री बाबाधाम का सुन्दरकाण्ड पाठ -
श्री बाबाधाम मंदिर ट्रस्ट द्वारा प्रत्येक शनिवार सांयकाल 8.15 बजे से 10.00 बजे तक सुन्दरकाण्ड पाठ किया जाता हैं। इस पाठ में कोई भी भक्तजन अपने घर, दुकान, कार्यालय, फैक्ट्री में निःशुल्क अपना आवेदन निश्चित कर करवा सकता है। इस पाठ की विशेषता यह है कि हर भक्त को श्री बालाजी के जोत एवं आरती करने का अवसर भी मिलता है। श्री बाबाधाम के अध्यक्ष विनित अग्रवाल के प्रयासों से संगीतमय सुन्दरकाण्ड पाठ पण्डित पूज्य गुरूजी श्री अश्विन कुमार जी पाठक अहमदाबाद वाले के स्व मुख से श्री बाबा धाम मंदिर प्रागंण मंे भक्तों को सुनने का अवसर मिल चुका हैं। अब तक श्री बाबाधाम मंदिर ट्रस्ट द्वारा कुल 978 पाठ का आयोजन किया जा चुका है। श्री बाबाधाम में वर्ष भर होने वाले पूजन, यज्ञ, हवन, अभिषेक एवं अनुष्ठान आचार्य पण्डित शिव प्रकाश शास्त्री, योगेन्द्र शर्मा व अन्य पण्डितांे द्वारा सम्पन्न किया जाता है। श्री बाबाधाम के मीडिया प्रभारी राजेश नैनावटी द्वारा समय-समय पर कार्यक्रमों की जानकारी दी जाती है।
सत्रवां (17वां) पाटोत्सव के सारे कार्यक्रम में सभी भक्तजन पधार कर धर्म का लाभ लेवें। सभी धर्मप्रेमी इस महोत्सव में सादर आमंत्रित है।