धौलपुर,: जिले में एक महिला ने बाड़ी सदर थाना प्रभारी विनोद कुमार के खिलाफ रेप का सनसनीखेज मामला दर्ज कराया है। पीड़िता ने आरोप लगाया कि थाना प्रभारी ने उसकी चोरी हुई भैंस बरामद करने के बहाने उसे सरकारी क्वार्टर पर बुलाकर कई बार जबरन शारीरिक संबंध बनाए। उच्च अधिकारियों को शिकायत करने पर आरोपी ने महिला के पति को झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। इस मामले में थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है।
महिला की शिकायत: भैंस चोरी के बहाने रेप
महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि एक साल पहले उसकी भैंस चोरी हो गई थी। थाना प्रभारी विनोद कुमार ने भैंस लौटाने के बहाने उसे अपने सरकारी क्वार्टर पर बुलाया और कई दिनों तक उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए। भैंस बरामद होने के बावजूद चोरों को गिरफ्तार नहीं किया गया। इसके बाद भी विनोद लगातार महिला को फोन करता रहा। दो महीने पहले जब महिला की भैंस फिर चोरी हुई, तो थाना प्रभारी ने दोबारा उसे क्वार्टर पर बुलाने का दबाव बनाया। महिला ने इसका विरोध किया और उच्च अधिकारियों को शिकायत की, जिसके बाद विनोद ने उसके पति को झूठे केस में फंसाने की धमकी दी।
पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई
महिला की शिकायत पर धौलपुर एसपी विकास सांगवान ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज करवाया। थाना प्रभारी विनोद कुमार को लाइन हाजिर कर दिया गया, और मामले की जांच महिला थाना प्रभारी छवि फौजदार को सौंपी गई। एसपी ने इसकी सूचना भरतपुर रेंज के आईजी कैलाश चंद बिश्नोई को दी। जांच के बाद आईजी ने विनोद कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और उनका मुख्यालय करौली निर्धारित किया है।
मामले ने मचाया हड़कंप
यह मामला धौलपुर में चर्चा का विषय बन गया है। एक पुलिस अधिकारी पर इतने गंभीर आरोप लगने से पुलिस महकमे की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय लोगों और महिला संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और निष्पक्ष जांच की मांग की है। एसपी ने आश्वासन दिया है कि मामले की गहन जांच की जाएगी और दोषी को कड़ी सजा दी जाएगी।
आगे की जांच जारी
महिला थाना प्रभारी छवि फौजदार ने बताया कि पीड़िता का मेडिकल परीक्षण करवाया जा रहा है और बयानों को दर्ज किया जा रहा है। पुलिस अन्य साक्ष्यों की तलाश में भी जुटी है। इस मामले में उच्च अधिकारियों की नजर है, और जल्द ही जांच पूरी होने की उम्मीद है। यह घटना पुलिस और जनता के बीच विश्वास पर सवाल उठाती है, जिसके लिए प्रशासन को और सख्त कदम उठाने की जरूरत है।
