जैसलमेर में पांच बेटियों की मां की गला दबाकर हत्या,: शव टैंक में डालकर आत्महत्या दिखाने की कोशिश; पीहर पक्ष धरने पर बैठा
जैसलमेर जिले के सांगढ़ थाना क्षेत्र के कोडा गांव में एक 35 वर्षीय विवाहित महिला की बुधवार रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। महिला के पांच बेटियां होने के कारण पति और ससुराल पक्ष द्वारा लंबे समय से किए जा रहे अत्याचार और विवादों के बीच पीहर पक्ष ने आरोप लगाया है कि उसकी गला दबाकर हत्या की गई और बाद में इसे आत्महत्या जैसा दिखाने के लिए शव को घर के पानी के टैंक में डाल दिया गया।
घटना का खुलासा होते ही गुरुवार को पीहर पक्ष के लोग अस्पताल की मोर्च्युरी के बाहर धरने पर बैठ गए और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। महिला के गले पर दबाव के स्पष्ट निशान मिले हैं, जिससे हत्या की आशंका और प्रबल हो गई है।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक शिवहरे ने बताया कि बुधवार रात सूचना मिली कि कोडा गांव में एक महिला का शव टांके में पड़ा हुआ है। पुलिस मौके पर पहुंची तो तब तक ससुराल पक्ष के लोग शव को बाहर निकाल चुके थे। शव को जैसलमेर के सरकारी अस्पताल ले जाकर मोर्च्युरी में रखा गया। गुरुवार को पीहर पक्ष के आने के बाद मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया और शव परिजनों को सौंप दिया गया।
पीहर पक्ष की ओर से मृतका गुड्डी देवी के पति खीमाराम, जेठ भोजाराम और ताराराम के खिलाफ गला घोंटकर हत्या करने और सबूत मिटाने का मुकदमा दर्ज कराया गया है। सांगढ़ SHO बाबूराम ने बताया कि मृतका के भाई जगुराम की रिपोर्ट पर पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गुड्डी के भाई जगुराम ने बताया कि बहन की शादी 15–16 साल पहले खीमाराम भील से हुई थी। उसे 5 बेटियां और 1 बेटा है। इसी कारण पति और जेठ ताने देते थे, शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना देते थे। इससे परेशान होकर वह कुछ समय पहले पीहर आ गई थी। चार महीने पहले सामाजिक पंचायत के जरिए समझाइश के बाद उसे वापस ससुराल भेजा गया था।
पीहर पक्ष का आरोप है कि 19 नवंबर की रात ससुराल वालों ने षड्यंत्र कर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी और सबूत मिटाने के लिए शव को पानी के टैंक में डाल दिया। शव पर गले के निशान साफ दिखाई दे रहे थे।
फिलहाल पुलिस मामले की गहन जांच में जुटी है और आरोपियों की भूमिका की पुष्टि के लिए साक्ष्य खंगाल रही है। गांव में घटना को लेकर आक्रोश और तनाव का माहौल है।
