सनसनीखेज हत्याकांड: कुओं में मिले बलिया के दो बिजनेसमैन के शव—ऑनलाइन ठगी का खौफनाक चेहरा?
शाहजहांपुर/बलिया, — उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के जौनायचाखुर्द और सांसेडी गांवों में दो अलग-अलग कुओं से मिले सड़े-गले शवों ने इलाके में सनसनी फैला दी। मृतकों में एक हैं बलिया के मशहूर बजाज दोपहिया एजेंसी मालिक अशोक सिंह (IRS अधिकारी निर्भय नारायण सिंह के भाई), तो दूसरे उनके मिस्त्री विकास कुमार। 19 सितंबर से लापता ये दोनों जयपुर की 'सस्ते जनरेटर' डील के चक्कर में फँसे, और अब पुलिस को शक है कि यह ऑनलाइन ठगी का खूनी खेल हो सकता है। शाहजहांपुर के डीएम अवधेश तिवारी ने मामले को गंभीर बताते हुए विशेष जांच टीम गठित की है, जबकि बलिया एसपी नवीन कुमार ने कहा, "हर लीड पर काम चल रहा है—ठगों का नाम जल्द बहेगा।"
कहानी का काला अध्याय: लालच से लाश तक का सफर
अशोक सिंह, बलिया के एक सफल बिजनेसमैन, अपने बजाज शोरूम को और मजबूत बनाने के लिए ऑनलाइन सर्च कर रहे थे। अचानक उन्हें जयपुर में 'सुपर सस्ते जनरेटर' का ऐड मिला—एक ऐसा ऑफर जो किसी भी डीलर को लुभा सकता था। बिना परिवार को बताए, वे अपने भरोसेमंद मिस्त्री विकास कुमार को साथ लेकर 19 सितंबर को रवाना हो गए। लेकिन जयपुर पहुँचने का इरादा था, मंजिल बनी मौत की घाटी।
परिवार के मुताबिक, रास्ते में फोन बंद हो गया। घबराए भाई निर्भय (IRS अधिकारी) ने बलिया के सुखपुरा थाने में मिसिंग रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने मोबाइल लोकेशन ट्रेस की तो रूट चौंकाने वाला निकला: पहले हरियाणा का कोटपूतली, फिर राजस्थान का बहरोड़, और आखिर में यूपी का शाहजहांपुर। बलिया पुलिस ने शाहजहांपुर टीम से संपर्क किया। उधर, स्थानीय ग्रामीणों ने कुओं से आ रही तेज दुर्गंध की शिकायत की। क्रेन और फॉरेंसिक टीम ने जो निकाला, वह दिल दहला देने वाला था—दो शव, अलग-अलग कुओं में, हत्या के साफ निशान के साथ।
एक कुएं से अशोक का शव, दूसरे से विकास का। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गले पर चाकू के निशान और सिर पर चोटें—साफ लगता है, लूट के बाद हत्या कर शव छिपाए गए।