शकरगढ़-बरोदा रोड पर अंग्रेजी बबूल बना जानलेवा, जिम्मेदार विभाग बना अनजान
शक्करगढ़
शकरगढ़-बरोदा मार्ग पर सफर करना अब खतरे से खाली नहीं रहा। इस मार्ग पर दोनों ओर तेजी से फैलते अंग्रेजी बबूल ने राहगीरों और वाहन चालकों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बबूल की शाखाएं सड़क तक फैल चुकी हैं, जिससे दृश्यता में कमी आती है और आए दिन दुर्घटनाएं घटित हो रही हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह समस्या कोई नई नहीं है, लेकिन संबंधित विभाग आंखें मूंदे बैठा है। कई बार शिकायत करने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। तेज़ी से फैलते इन कांटेदार झाड़ियों के कारण वाहन चालकों को मोड़ पर सामने से आते वाहनों को देखने में परेशानी होती है, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका और अधिक बढ़ जाती है।
ग्रामीणों ने बताया कि इस सड़क का उपयोग रोजाना सैकड़ों लोग करते हैं, जिनमें छात्र, बुजुर्ग, महिलाएं और मजदूर शामिल हैं। कई बाइक सवार पहले ही इन झाड़ियों से टकराकर घायल हो चुके हैं। बबूल की टहनियां न केवल खतरनाक हैं, बल्कि सड़कों की चौड़ाई भी कम कर रही हैं, जिससे वाहनों को गुजरने में परेशानी होती है।
वहीं दूसरी ओर, संबंधित विभाग पूरी तरह से उदासीन बना हुआ है। सड़क सुरक्षा को लेकर सरकार लाख दावे करती हो, लेकिन जमीनी हकीकत इससे कोसों दूर है।
स्थानीय जनता की मांग है कि संबंधित विभाग तत्काल कार्रवाई करे, अंग्रेजी बबूल की छंटाई कर सड़क को सुरक्षित बनाया जाए, ताकि आमजन को राहत मिल सके और हादसों पर रोक लगाई जा सके।
