पोस्टर विमोचन, पोस्टकार्ड पर बच्चों की उड़ी कलम, पीएम मोदी को जाएंगे संदेश
शाहपुरा। मूलचन्द पेसवानी |सेवा पखवाड़े के तहत संचिना कला संस्थान के 28वें स्थापना दिवस पर स्थानीय विधायक लालाराम बैरवा ने संस्था का वार्षिकोत्सव पोस्टर विमोचित किया और बच्चों द्वारा बनाए गए पोस्टकार्ड की प्रदर्शनी देख कर उनकी खुलकर सराहना की।
बच्चों ने स्वच्छ भारत अभियान थीम पर दर्जनों आकर्षक चित्र बनाए, जिन्हें पोस्टकार्ड के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा जाएगा, इसके लिए विधायक ने मौके पर ही पत्र लिखकर प्रशासनिक प्रक्रिया शुरू कराने की सहमति दी।
संस्था की पहचान और काम
संस्था अध्यक्ष राम प्रसाद पारीक ने विधायक को अवगत कराया कि संचिना कला संस्थान, शाहपुरा (जिला भीलवाड़ा) 1998 से लोक कला के संरक्षण और नए कलाकारों को मंच देने के लिए कार्य कर रहा है और अब तक उदयपुर लोककला मंडल, जवाहर रंगमंच जयपुर, भीलवाड़ा, अजमेर सहित विभिन्न जिलों में 625 से अधिक कार्यक्रम कर चुका है।
उन्होंने बताया कि संस्था ने शाहपुरा के लोक पर्वों पर स्थानीय लोक कलाओं को मंच देकर यहां की सांस्कृतिक पहचान को न केवल जिंदा रखा है, बल्कि नई पीढ़ी में भी लोक कला के प्रति आकर्षण बढ़ाया है।
विधायक का आश्वासन और बयान
विधायक लालाराम बैरवा ने कहा कि संचिना कला संस्थान ने 27 वर्ष में जो काम किया है, वह किसी सरकारी योजना से कम नहीं है और आने वाले समय में राज्य स्तर पर संस्था और विधानसभा क्षेत्र के कलाकारों की पहचान बने, इसके लिए हर संभव सहयोग किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि 28वें वर्ष का यह पोस्टर केवल कागज नहीं, बल्कि नए कलाकारों के लिए ऊर्जा का स्रोत है, जिससे प्रेरणा लेकर बच्चे और युवा आगे भी मंच पर अपना बेहतरीन प्रदर्शन दे सकेंगे। संस्था के एक अभिनय और नाटक वास्तव में सभी प्रकार की योजनाओं को सरल भाव से समझाने का एक प्रयास है इसमें अभी वंदे मातरम जिस तरीके से मंचों पर किया जा रहा है वह सारानिया कार्य है।
संचालन, सम्मान और मौजूद रहे कलाकार
कार्यक्रम का संचालन संस्था के महासचिव गीतकार सत्येंद्र मंडेला* ने किया और मंच से ही संस्था की गतिविधियों, सेवा पखवाड़े की प्रतियोगिताओं और आगामी योजनाओं की जानकारी दी।
संस्था की ओर से विधायक बैरवा का पगड़ी पहनाकर, अर्पणा और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया, वहीं नगर पालिका अध्यक्ष रघुनंदन सोनी का भी अर्पणा पहनाकर स्वागत किया गया।
इस अवसर पर ख्यात कवि दिनेश बंटी, लोक कलाकार राजकुमार बेरवा, सत्यव्रत वैष्णव, पंडित सुनील भट्ट और रंगकर्मी एडवोकेट दीपक पारीक सहित अनेक कलाकार और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे, जिन्होंने संचिना के प्रयासों की सराहना करते हुए इसे क्षेत्र की लोक कला का सशक्त मंच बताया।
