महिला सशक्तिकरण के बिना राष्ट्र को मजबूत नहीं बनाया जा सकता- डीडीएम नाबार्ड
राजसमंद (राव दिलीप सिंह परिहार)देलवाड़ा ब्लॉक के उपली ओड़न गांव में नाबार्ड द्वारा एकजूट महिला एफपीओ और बायफ संस्थान के सहयोग से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2025 की कड़ी में कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस अवसर पर डीडीएम (जिला विकास प्रबंधक) नाबार्ड आशीष जैन ने महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भर बनने हेतु नाबार्ड से जुड़ने के लिए महिलाओं को प्रेरित किया। उन्होंने नाबार्ड और सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
आशीष जैन ने कहा कि आज के समय में महिलाओं का आत्मनिर्भर बनना जरूरी है। इसके लिए उन्होंने सभी महिलाओं को अपनी बालिकाओं को कॉलेज तक शिक्षा दिलाने का संकल्प लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही एक ऐसी सीढ़ी है, जो जीवन को एक नई ऊंचाई तक ले जाती है। उन्होंने यह भी बताया कि सभी समूह की माताओं और बहनों को स्वरोजगार से जुड़कर उद्यमी बनना चाहिए, जिससे उनके परिवार की आय में वृद्धि हो सके।
जैन ने यह भी बताया कि महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा के प्रति दुनिया भर में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हम अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाते हैं। अग्रणी जिला प्रबंधक प्रेम शंकर जीनगर ने बैंकों द्वारा स्वयं सहायता समूह को दी जा रही सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी और ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान नाथद्वारा के बारे में भी संक्षेप में बताया।
एकजूट महिला एफपीओ से राखी पालीवाल ने एफपीओ और समूह की भूमिका के बारे में जानकारी दी और महिलाओं को सशक्त बनने के महत्व को बताया। बायफ संस्थान से देवीलाल जाट ने भी अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम में कृषि विभाग के अधिकारियों और सरपंच करोली ने भी भाग लिया और महिलाओं की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की।
कार्यक्रम में लगभग 103 महिलाओं ने हिस्सा लिया और अपने विचार व्यक्त किए। इस कार्यक्रम ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनके सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाने के लिए प्रेरित किया।